


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन कल्याणकारी योजना हर घर नल हर घर जल योजना चंपावत जिले में अधिकारियों की लापरवाही व भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत रोसाल क्षेत्र की आक्रोशित महिलाओं ने किसान नेता मोहन चंद्र पांडे के नेतृत्व में रोसाल रेट्रो पेयजल योजना निर्माण में हो रही देरी व विभागीय लापरवाही के खिलाफ रोसाल में योजना स्थल में जाकर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
128 लाख रुपए की लागत योजना
किसान नेता मोहन चंद्र पांडे व महिलाओं ने बताया जल जीवन मिशन योजना के तहत जल संस्थान के द्वारा रोसाल में नेपाल सीमा से लगे चार गांवो के लिए 128 लाख रुपए की लागत से इस पेयजल योजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन तीन साल बीतने के बावजूद योजना का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया। कहा विभागीय अधिकारियों से बार-बार कहने के बावजूद सिर्फ उन्हें आश्वासन दिए गए। आक्रोशित महिलाओं ने कहा पूरे क्षेत्र में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। उन्हें गधेरो ,नौलो ,धारों से पानी ढोना पड़ रहा लेकिन जल संस्थान विभाग व प्रशासन के द्वारा उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा विभाग ने योजना स्थल में कार्य पूर्ण होने का बोर्ड लगा दिया है। जबकि योजना में अभी कई कार्य होने है ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों का कोई अता पता नहीं है। विभाग बार-बार आश्वासन दे रहा है।
डीएम कार्यालय में करेंगे धरना
महिलाओं ने जल संस्थान पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने कहा अगर जल्द योजना निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो डीएम कार्यालय चंपावत में धरना देने को मजबूर होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन व जल संस्थान विभाग की होगी कहां विभाग सरकार की जन कल्याणकारी योजना में पलीता लगाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने डीएम चंपावत से योजना निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करने तथा योजना की जांच करने की मांग की है। फिलहाल विभागीय अधिकारी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। मालूम हो चंपावत जिले में कई हर घर नल हर घर जल योजनाएं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चड़ चुकी है प्रशासन मौन साधे बैठा हुआ है।