


पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने खुलासा किया कि, निष्कासन से पहले उन्हें एक कांग्रेस नेता का फोन आया था। जिसमें कहा गया कि, यदि वह कह दें कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे, तो पार्टी उन्हें निष्कासित नहीं करेगी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया।
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि, मैंने किसी पार्टी का नहीं, बल्कि आतंकवाद का विरोध किया था। उनके इस रुख को राघौगढ़ में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन दिया था। पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने आगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, सब जानते हैं कि, उन्हें किसने कांग्रेस अध्यक्ष बनाया और कौन चला रहा है।
लक्ष्मण सिंह ने उनके बयानों का समर्थन करने के लिए भारतीय जनता पार्टी का आभार जताया, लेकिन इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर भी तीखा प्रहार किया। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि, मध्य प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी बेलगाम हो गई है। अगर वे सिर्फ दो घंटे किसी तहसील में बैठ जाएं, तो उन्हें जमीनी सच्चाई पता चल जाएगी। भाजपा को प्रदेश में 20 साल हो गए हैं, अब बदलाव होना चाहिए।