


अक्षय तृतीया से पहले से सोना एक लाख रुपए की कीमत को पार कर चुका है। ऐसे में अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना या फिर दान करना किसी सपने से कम नहीं लगता। कीमत के मामले में सोना अपने पुराने सारे रिकॉर्ड्स तोड़ चुका है। दूसरी तरफ धार्मिक मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर सोना दान करने से मिलने वाला पुण्य अक्षय होता है लेकिन आपको निराश होने की जरुरत नहीं है क्योंकि पुराणों में कुछ चीजों को दान करना स्वर्ण दान करने के बराबर ही माना जाता है।
अन्नदान
अक्षय तृतीया पर अनाज दान करने को बहुत हे पुण्यकारी काम माना जाता है। शास्त्रों में किसी भूखे व्यक्ति का पेट भरना सबसे बड़ा पुण्य माना गया है। पौराणिक कथाओं में जो व्यक्ति अपने जीवन में अनाज का दान करता है, उसे परलोक जाने के बाद भी किसी तरह की परेशानी नहीं होती। अन्न के दान का पुण्य अक्षय होता है।
गुड़
अक्षय तृतीया पर गुड़ दान करने को बहुत शुभ माना जाता है। शास्त्रों में गुड़ का दान करने से भाग्य मजबूत होता है क्योंकि सूर्यदेव की कृपा से किसी व्यक्ति का भाग्य प्रबल होता है। शास्त्रों में गुड़ दान करने का फल स्वर्ण दान के बराबर ही माना जाता है।
जल से भरा मटका दान
जल को जीवन कहा जाता है। जल के बिना जीवन संभव नहीं है। आप अगर अक्षय तृतीया पर सोना दान करना चाहते थे, लेकिन बड़ी हुई कीमत के कारण आपने अपना इरादा बदल लिया है, तो आप मिट्टी के घड़े में जल भरकर भी दान कर सकते हैं। जल दान का पुण्य भी स्वर्ण बराबर माना जाता है।
सेंधा नमक
अक्षय तृतीया पर सेंधा नमक दान करने से अक्षय पुण्य मिलता है क्योंकि सेंधा नमक का संबंध भौतिक सुख-सुविधा के स्वामी शुक्र ग्रह से है। वहीं, नमक समुद्र से प्राप्त होता है इसलिए नमक का संबंध माता लक्ष्मी से भी है। इस दिन सेंधा नमक खरीदने से धन संपत्ति में वृद्धि होती है।
वस्त्र
अक्षय तृतीया पर वस्त्र दान करने को भी बहुत शुभ माना जाता है। वस्त्र को मूलभूत आवश्यकताओं में से एक माना जाता है। अक्षय तृतीया पर वस्त्र दान करने से भी स्वर्णदान जितना ही फल मिलता है। खासतौर पर पीले और लाल रंग के वस्त्र दान में दे सकते हैं।