


इंदौर : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि "एक नया इतिहास विश्व पटल पर योग के रूप में रचा गया है।" उन्होंने बताया कि आज देश के हर कोने में करोड़ों लोग योग अभ्यास से जुड़ रहे हैं और यह भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रतीक बन गया है।
सिंधिया ने कहा, “आज पूरा विश्व ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की विचारधारा के साथ योग प्रथा से जुड़ चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच और नेतृत्व के कारण आज योग सिर्फ व्यक्तिगत साधना नहीं, बल्कि पूरी मानवता के कल्याण का माध्यम बन चुका है।”
170 देशों में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विश्व के 170 से अधिक देशों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इससे भारत की नरम शक्ति (Soft Power) और वैश्विक प्रभाव को एक नई पहचान मिली है। सिंधिया ने कहा कि "यह केवल भारत की नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व की चेतना का पर्व बन चुका है।"
भारत की सांस्कृतिक धरोहर से वैश्विक मंच तक
सिंधिया ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, "उनकी पहल पर वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। आज यह दिवस पूरी दुनिया में स्वास्थ्य, संतुलन और आत्मिक शांति का संदेश दे रहा है।"