


भारत के प्रमुख औद्योगिक घरानों में से एक बजाज ग्रुप को आज एक गहरा आघात पहुंचा है। बजाज ऑटो के गैर-कार्यकारी निदेशक मधुर बजाज का शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025 को निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने सुबह 5 बजे अंतिम सांस ली। बताया गया है कि कुछ दिन पहले उन्हें स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
परिवार और देश की आर्थिक विरासत का हिस्सा
मधुर बजाज, भारत के स्वतंत्रता सेनानी और प्रतिष्ठित उद्योगपति जमनालाल बजाज के पोते और पूर्व बजाज ऑटो चेयरमैन राहुल बजाज के भतीजे थे। बजाज परिवार भारतीय उद्योग जगत की रीढ़ माना जाता है और मधुर बजाज इस विरासत को आगे बढ़ाने वाले एक मजबूत स्तंभ थे। उन्होंने बजाज ऑटो में उपाध्यक्ष और कई वर्षों तक निदेशक के रूप में योगदान दिया। हालांकि जनवरी 2024 में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से ये जिम्मेदारियां छोड़ दी थीं लेकिन कंपनी की दिशा और दृष्टि में उनकी भूमिका बनी रही।
अरबों की संपत्ति के मालिक
मधुर बजाज सिर्फ एक नाम नहीं थे बल्कि एक बिजनेस आइकन थे। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 में उनकी कुल संपत्ति लगभग 4.1 बिलियन डॉलर यानी करीब 35,000 करोड़ रुपये थी। बजाज परिवार को उसी साल फोर्ब्स इंडिया की 100 सबसे अमीर भारतीयों की सूची में 10वां स्थान मिला था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मधुर बजाज ना सिर्फ उद्योग में बल्कि पूंजी के लिहाज से भी एक बड़े नाम थे।