


अमेरिका ने H-1B वीजा नियमों में बड़ा बदलाव किया है। नए नियम के तहत अब अमेरिकी कंपनियों को किसी भी विदेशी कर्मचारी की नई एंट्री या दोबारा एंट्री के लिए हर H-1B एप्लीकेशन पर 1 लाख डॉलर (लगभग 88.10 लाख रुपये) का शुल्क देना होगा। अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक के अनुसार, यह शुल्क नए वीजा और रिन्यूअल दोनों पर लागू होगा, और भुगतान सालाना किया जाएगा। रिपोर्ट्स में कहा गया कि जब तक कंपनियां यह शुल्क नहीं देंगी, कर्मचारियों को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
भारतीय कर्मचारियों के लिए बड़ा सवाल
भारत के लिए यह बदलाव चिंता का विषय है क्योंकि H-1B वीजा पर काम करने वाले कर्मचारियों में भारतीय सबसे अधिक हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024 में H-1B वीजा धारकों में लगभग 71% भारतीय थे। कुल स्वीकृत करीब 4 लाख आवेदनों में से लगभग 3 लाख भारतीय कर्मचारी अमेरिका में काम कर रहे थे।
एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी
नए नियम की घोषणा के बाद भारत समेत दुनियाभर में हड़कंप मच गया। एयरपोर्ट्स पर भीड़ बढ़ गई और कुछ वीजा धारकों ने अमेरिका जाने की यात्रा कैंसिल कर दी। नई दिल्ली से न्यूयॉर्क की फ्लाइट की टिकट कीमतें महज दो घंटे में 37,000 रुपये से बढ़कर 70,000-80,000 रुपये तक हो गई।