


व्रत पर्व करवा चौथ शुक्रवार 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस मौके पर सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखेगी और रात्रि में चंद्रदेव के दर्शन के बाद पति के हाथों व्रत का पारायण करेगी। इस बार करवा चौथ पर ग्रह नक्षत्रों के मेल से कई शुभ संयोग रहेंगे। शुक्रवार का दिन होने से सुख समृद्धिदायक होगा, साथ ही शुभ योग भी रहेगा।
सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए करेंगी व्रत
करवा चौथ को लेकर शहर में उत्साह का माहौल है। इस पर्व को लेकर महिलाओं द्वारा विशेष तैयारियां की जा रही है। करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और सलामती के लिए व्रत रखेगी। पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्रोदय के समय महिलाएं चंद्रदेव को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना करेगी। छलनी से पहले चंद्रदेव के दर्शन करेगी, उसके बाद पतिदेव के दर्शन कर पूजा अर्चना की जाएगी। इसके बाद पति के हाथों से निर्जला व्रत खोलेगी।
राजधानी भोपाल में कब दिखेगा करवा चौथ का चांद
भोपाल में चंद्रमा के दर्शन रात्रि 8:26 मिनट पर होंगे। इस बार करवा चौथ पर ग्रह नक्षत्रों का मेल कई शुभ संयोग बनाएगा। इस दिन शाम 7:38 बजे तक शुभ योग रहेगा। शुक्रवार का दिन होने से यह दिन विशेष होगा। शुक्र को सौंदर्य, सुख, समृद्धि का कारक माना गया है। साथ ही इस दिन सूर्य चित्रा नक्षत्र में और चंद्रदेव रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेंगे। यह भी एक दुर्लभ संयोग है। वैवाहिक सुख और शांति के कारक चंद्रमा, और पति-पत्नी के समान के कारक सूर्य का शुभ प्रभाव करवा चौथ व्रत के महत्व को और बढ़ा रहा है।
प्रेम और सौभाग्य से जुड़ा है इस बार का करवाचौथ
एस्ट्रोलॉजिस्ट अंजना गुप्ता ने बताया कि शोभन (शुभ) योग सौंदर्य, आकर्षण, प्रेम और सौभाग्य से जुड़ा है। रोहिणी नक्षत्र, वृषभ राशि में उच्च चंद्रमा और शुभ योग यह तीनों मिलकर सौभाग्य और चंद्र शक्ति को पूर्णता प्रदान करते हैं।