


कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने माना है कि आईपीएल के मैच में पंजाब किंग्स से मिली हार में उनके बल्लेबाजों में खेल जागरूकता की कमी (परिस्थितियों के अनुसार नहीं खेल पाना) थी। इसके साथ उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि टी20 प्रारूप में स्ट्राइक रोटेट करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि छक्के मारना।
पंजाब किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को हराया
आपको बता दें कि, कोलकाता नाइट राइडर्स को मंगलवार को यहां एक कम स्कोर वाले मैच में 16 रन से हार का सामना करना पड़ा। पंजाब किंग्स की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 111 रन पर आउट हो गई लेकिन उसके गेंदबाजों ने कोलकाता की टीम को केवल 95 रन पर ढ़ेर कर दिया।
टी20 में कभी-कभी मेडन ओवर जाने से भी नुकसान नहीं होता
कप्तान अजिंक्य रहाणे ने मैच के बाद कहा कि, यह सपाट विकेट नहीं था। इससे गेंदबाजों को भी कुछ मदद मिल रही थी। हमें उनकी चुनौती का डटकर सामना करने की जरूरत थी। उन्होंने आगे माना की टी20 में कभी-कभी मेडन ओवर जाने से भी नुकसान नहीं होता। इसी तरह से परिस्थितियों के अनुसार 70 या 80 रन का स्ट्राइक रेट भी बुरा नहीं होता।
टी20 क्रिकेट में केवल छक्के मारना सब कुछ नहीं होता
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान ने कहा कि, यह बल्लेबाजी इकाई के रूप में स्ट्राइक रोटेट करने से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि, मेरा मानना है कि टी20 क्रिकेट में केवल छक्के मारना सब कुछ नहीं होता। आजकल हम देख रहे हैं कि प्रत्येक बल्लेबाज लंबे शॉट खेलना चाहता है। वह मैदान पर अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज करना चाहता है।
मैं एक कप्तान के रूप में हार की जिम्मेदारी लेता हूं
अजिंक्य रहाणे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, यह परिस्थितियों का अच्छी तरह से आकलन करने से जुड़ा है। एक बल्लेबाज के रूप में आपके पास खेल के प्रति जागरूकता होनी चाहिए। हमारे बल्लेबाजों में इसका अभाव था। इसके साथ ही कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान ने हार की जिम्मेदारी ली लेकिन उम्मीद जताई कि उनके बल्लेबाज आगे अपने खेल में सुधार करेंगे। उन्होंने कहा कि, मैं एक कप्तान के रूप में (हार की) जिम्मेदारी लेता हूं। लेकिन व्यक्तिगत रूप से, मुझे यकीन है कि सभी खिलाड़ी, विशेषकर बल्लेबाज, अपने खेल के बारे में सोचेंगे और आगामी मैचों में सुधार करेंगे।