


भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के त्रिपक्षीय समूह IBSA ने गाजा पर जारी इजराइली हमलों की कड़ी निंदा की है और कब्जे वाले फिलीस्तीनी क्षेत्रों में नागरिकों की दयनीय स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के बाहर आयोजित इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा और दक्षिण अफ्रीका के मंत्री सिंडीसिवे चिकुंगा ने भाग लिया।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में गाजा पट्टी में नागरिकों की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि भुखमरी को युद्ध का हथियार बनाने का प्रयास पूरी तरह अस्वीकार्य है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने संबोधन में इजराइली हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि लंबे समय से जारी संघर्ष में आम नागरिकों को असाधारण पीड़ा उठानी पड़ रही है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संयुक्त प्रयास करने का आह्वान किया, ताकि इस मानवतावादी संकट को रोका जा सके।जयशंकर ने अपने भाषण में यह भी स्पष्ट किया कि भारत हमेशा से अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवाधिकार कानून का पालन करता रहा है। उन्होंने कहा, “नागरिकों को निशाना बनाना या भुखमरी जैसे साधनों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करना वैश्विक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है। ऐसे समय में हमें स्थायी शांति और युद्धविराम की दिशा में काम करना होगा।”