


उत्तर भारत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए एम्स नई दिल्ली की डॉक्टरों और नर्सों की टीम ने आज शनिवार को अपने मिशन की शुरुआत की। टीम ने अपनी यात्रा पंजाब के अजनाला क्षेत्र से शुरू की है, जो बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से एक है। इसके बाद यह टीम रामदास और अन्य प्रभावित इलाकों में जाएगी, जहां चिकित्सा सहायता और मानवीय सहयोग प्रदान किया जाएगा।
एम्स की यह पहल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित है, बल्कि यह पीड़ितों के बीच विश्वास और सहानुभूति का संचार भी कर रही है। दवाइयों, चिकित्सीय विशेषज्ञता और करुणा के साथ एम्स की यह टीम बाढ़ पीड़ितों तक “हीलिंग टच” पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
इससे पहले, एम्स नई दिल्ली ने शुक्रवार को पंजाब और उत्तर भारत के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज करने के लिए विशेष पहल की। इस पहल के तहत संस्थान ने डॉक्टरों और नर्सों की एक समर्पित टीम भेजी है, जो प्रभावित क्षेत्रों में रहकर लोगों को चिकित्सा सहायता और मानवीय सहयोग प्रदान करेगी। टीम में मेडिसिन, मनोचिकित्सा, बाल चिकित्सा, सामुदायिक चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, रेडियोलॉजिकल डायग्नोसिस और प्रयोगशाला चिकित्सा जैसे विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हैं। इसके साथ ही मुख्य नर्सिंग अधिकारी के कार्यालय से वरिष्ठ और अनुभवी नर्सिंग अधिकारी भी इस मिशन में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ये चिकित्सक और नर्सें लगातार काम करते हुए आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे, दवाइयां वितरित करेंगे और जरूरतमंद लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे। एम्स ने इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा बताते हुए कहा है कि यह पहल रोगी सेवा, शिक्षा और अनुसंधान की त्रिमूर्ति (Trinity) मिशन भावना पर आधारित है, जिसमें मानवता की सेवा को केंद्र में रखा गया है।