नए साल में पैदा हुए बच्चे कहलाएंगे बीटा बेबी, ऐसे तय होते है जनरेशन के नाम
1 जनवरी, 2025 से पैदा होने वाली पीढ़ी जेनरेशन बीटा कहलाएगी। इससे पहले का दौर Gen Y, Z और अल्फा का रहा है। सालों के हिसाब से जनरेशन को नाम देने वाले सोशल रिसर्चर मार्क मैकक्रिंडल का कहना है कि नई जेनरेशन अल्फा ने स्मार्ट तकनीक के दौर को बढ़ते हुए देखा है।
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Richa Gupta
Created AT: 01 जनवरी 2025
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1 जनवरी, 2025 से पैदा होने वाली पीढ़ी जेनरेशन बीटा कहलाएगी। इससे पहले का दौर Gen Y, Z और अल्फा का रहा है। सालों के हिसाब से जनरेशन को नाम देने वाले सोशल रिसर्चर मार्क मैकक्रिंडल का कहना है कि नई जेनरेशन अल्फा ने स्मार्ट तकनीक के दौर को बढ़ते हुए देखा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को समझा है। लेकिन जनरेशन बीटा ऐसी पीढ़ी होगी जिनका जीवन पूरी तरह तकनीक से लैस होगा। पढ़ाई से लेकर हेल्थकेयर और एंटरटेनमेंट तक एआइ और ऑटोमेशन का दबदबा होगा। जानिए कैसे तय होते हैं जनरेशन के नाम।
कैये तय होते हैं जनरेशन के नाम?
पीढ़ियों को नाम देने के पीछे कई वजह रही हैं। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कई तरह की घटनाओं के आधार पर इनके नाम तय किए गए हैं। आमतौर पर 15 से 20 साल के समय में जनरेशन का नाम बदलता है। जानते हैं किस जनरेशन को कौन सा नाम दिया गया।GI जेनरेशन (The Greatest Generation)
यह वो पीढ़ी है जो 1901-1927 के बीच में पैदा हुई। इस पीढ़ी ने महामंदी का समय देखा। इस दौर के बच्चे ज्यादातर सैनिक बने और द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा लिया। इस पीढ़ी ने कई चुनौतियों का सामना किया और इनके लिए परिवार को पालना बड़ी उपलब्धि माना गया।साइलेंट (The Silent Generation)
1928 से 1945 के बीच पैदा होने वाली जनरेशन को साइलेंट पीढ़ी कहा गया है। इस पीढ़ी को काफी मेहनती माना गया और ये आत्मनिर्भर भी थे।बेबी बूमर (Baby Boomer generation)
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1946-1964 बीच पैदा हुई जनसंख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई। इस जनरेशन ने कई मामलों में आधुनिकता की नींव रखी।जेनरेशन X (Generation X)
1965-1980 के बीच पैदा हुई यह जनरेशन बदलते दौर की साक्षी बनी और तकनीक के नए प्रयोग को देखा।मिलेनियल्स या जेनरेशन Y (Generation Y)
इस जनरेशन को मिलेनियल्स और जनरेशन वाय भी कहते हैं। 1981-1996 के बीच पैदा हुई इस पीढ़ी को यह नाम दिय गया, जिसने तकनीक के साथ तालमेल बिठाना सीखा और खुद को अपडेट किया।जेनरेशन Z (Generation Z)
1997-2009 के बीच पैदा हुई पीढ़ी को इंटरनेट के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मिला। डिजिटल दौर में हुए कई बड़े बदलाव को देखा। इस जनरेशन ने बिना स्मार्टफोन और इंटरनेट के जीवन की कल्पना तक नहीं की। इन्होंने जाना कि डिजिटल प्लेटफॉर्म से भी कमाई की जा सकती है।जेनरेशन अल्फा
2010-2024 में पैदा हुई इस पीढ़ी के जन्म से पहले ही सोशल मीडिया और इंटरनेट मौजूद था। पूरा परिवार इंटरनेट, सोशल मीडिया और सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ।जेनरेशन बीटा
अब 1 जनवरी 2025 से 2039 के बीच पैदा होने वाली पीढ़ी को जनरेशन बीटा कहा जाएगा।ये भी पढ़ें
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