Bhopal: पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक (MP Politics News) जीतू पटवारी ने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर भर्तियों में परीक्षा शुल्क नहीं ली जाएगी। राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने भर्तियों पर शुल्क नहीं लेने का प्रविधान बजट में किया है। इसी संदर्भ में पटवारी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान जैसा निर्णय मध्य प्रदेश में लेने से यहां पंजीकृत 30 लाख बेरोजगारों को लाभ मिलेगा।
परीक्षा शुल्क लेना बंद करना चाहिए
बता दें कि अकेले कर्मचारी चयन मंडल द्वारा कराई जा रही परीक्षाओं में उम्मीदवारों से अभी तक पांच सौ करोड़ रुपये से ज्यादा शुल्क लिया गया है। 483 करोड़ रुपये अभी भी मंडल के खाते में जमा हैं, जिसे युवाओं (MP Politics News) के हित में खर्च करने की तैयारी सरकार कर रही है। जीतू पटवारी ने लिए गए शुल्क की जानकारी के लिए विधानसभा में प्रश्न भी पूछा था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बेरोजगारों से भर्तियों में परीक्षा शुल्क लेना बंद करना चाहिए।
विधानसभा चुनाव का किया श्री गणेश
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को सीहोर के चिंतामन गणेश मंदिर पहुंचकर भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर विधान सभा चुनाव अभियान का श्री गणेश किया। टाउन हॉल में जनसभा को संबोधित करते और बाद में मीडिया से भी चर्चा की। कहा कि 18 साल की भाजपा सरकार इस समय विकास यात्रा निकाल रही है, जबकि उसे हिसाब यात्रा निकालनी चाहिए। इसलिए कि राज्य की पहचान आज भ्रष्टाचार प्रदेश के रूप में बन गई है।
जीतू पटवारी ने ये कहा
जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में किसान, नौजवान, व्यापारी, कानून, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, गोवंश का सत्यानाश हो गया है। मतदाताओं पर मुझे पूरा विश्वास है कि वे प्रदेश का भविष्य सुरक्षित करेंगे। हमारे सामने चुनौती है नौजवानों के भविष्य की। नौजवान बेरोजगार हैं। कृषि क्षेत्र में नियम बनाकर उसमें सुधार ला सकते हैं, पर जब तक निवेश नहीं आएगा, तब तक रोजगार के नए मौके नहीं बनेंगे। बाजार चलता है, किराने की दुकान चलती है, जब किसानों की जेब में पैसा होता है। लेकिन, उनकी जेब में पैसा नहीं। आर्थिक गतिविधि आखिर आगे कैसे बढ़ेगी? एक उद्योग लगता है, रोजगार के मौके बनते हैं और आर्थिक गतिविधि बढ़ती है, लेकिन यह सब ठप है। कमल नाथ ने कहा कि विकास यात्रा में पूरे संसाधन शासकीय, पूरा प्रबंध शासकीय है। शिवराज जी, यदि आपने अच्छा काम किया होता तो शासकीय खजाने की जरूरत नहीं पड़ती। यह विकास नहीं, आपकी निकास यात्रा है।
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