


हनुमान जन्मोत्सव एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भगवान हनुमान के जन्म का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी कृपा प्राप्ति के लिए विभिन्न उपाय करते हैं।
भद्रा का समय और पूजा के उपाय
हनुमान जन्मोत्सव के दिन भद्रा काल का साया रहेगा। ऐसे में इस दिन पर ब्रह्म मुहूर्त में या फिर भद्रा काल खत्म होने के बाद हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
भद्रा का समय: 12 अप्रैल सुबह 06 बजकर 22 मिनट से शाम 04 बजकर 35 मिनट तक
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04 बजकर 50 मिनट से सुबह 05 बजकर 36 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 53 मिनट से शाम 07 बजकर 16 मिनट तक
सायाह्न सन्ध्या: शाम 06 बजकर 53 से रात 08 बजकर 03 मिनट तक
दान करें ये चीजें
हनुमान जन्मोत्सव के दिन, आपको दान आदि जरूर करना चाहिए। इस दिन पर लाल फूल, लाल चंदन, लाल रंग के कपड़े, बादाम और तांबे के बर्तनों आदि का दान करना काफी लाभकारी होगा। इससे बजरंगबली अति प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी दया दृष्टि बनाए रखते हैं।
हनुमान जी की कृपा प्राप्ति के उपाय
हनुमान जी की कृपा प्राप्ति के लिए हनुमान जन्मोत्सव के दिन प्रभु श्रीराम का ध्यान करें और उनके नामों का जप करें। इसी के साथ हनुमान मंदिर जाकर परिक्रमा जरूर करें और हनुमान जी को पान का बीढ़ा, बूंदी और सिंदूर आदि अर्पित कर चमेली के तेल का दीपक जलाएं। इस दिन पर मांस-मदिरा के सेवन से बचना चाहिए।
हनुमान जी के मंत्र
- ॐ हं हनुमते नमः
- ॐ नोम भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा
- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्
- ओम नमो भगवते हनुमते नमः
- ॐ हं पवननंदनाय स्वाहा
- ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा