


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर की राजधानी दोहा में हुए हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की और इस मुद्दे पर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से फोन पर बातचीत की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत कतर की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा करता है और बातचीत व कूटनीति के जरिए मुद्दों के समाधान का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ खड़ा है और क्षेत्र में शांति व स्थिरता चाहता है।
इजरायली सेना (आईडीएफ) ने दावा किया कि उसने दोहा में हमास के नेताओं को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की। इजरायली सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के मुताबिक, हमले में हमास के शीर्ष नेतृत्व को टारगेट किया गया। इजरायली मीडिया चैनल 12 के मुताबिक इस अभियान का नाम ‘अत्जेरेट हादिनट’ रखा गया है, जिसका अर्थ है ‘कयामत का दिन’। सेना ने कहा कि हमले में नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचाने के लिए सटीक हथियारों और खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया गया।
इजरायली सेना ने यह भी कहा कि जिन हमास नेताओं को निशाना बनाया गया, वे 7 अक्टूबर 2023 को हुए नरसंहार और इजरायल के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए सीधे जिम्मेदार थे। वहीं, कतर ने इस हमले पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया। द टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, दोहा में बड़े विस्फोटों की खबरें सामने आई हैं, जहां हमास का शीर्ष नेतृत्व रहता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए कतर के साथ खड़ा है और हर प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है।