इस जन्म नंबर के साथ होती हैं राहु की ये ढेर सारी खूबियां!
अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक 4 स्थिरता और परिपक्वता का प्रतीक है। जिनका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 4 माना जाता है। इस अंक का स्वामी राहु ग्रह होता है, जो रहस्यमयी और परिवर्तनशील स्वभाव का होता है।
Img Banner
profile
Sanjay Purohit
Created AT: 08 फरवरी 2025
68
0
...

अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक 4 स्थिरता और परिपक्वता का प्रतीक है। जिनका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 4 माना जाता है। इस अंक का स्वामी राहु ग्रह होता है, जो रहस्यमयी और परिवर्तनशील स्वभाव का होता है। राहु को ज्योतिष में एक छाया ग्रह माना जाता है, जो जीवन में बाधाएं और चुनौतियां ला सकता है।

मूलांक 4 वालों की खासियत

विचारों में अलगपन और संघर्षशील स्वभाव

मूलांक 4 वाले लोग अक्सर दूसरों से अलग सोचते हैं। इनके विचार आम लोगों से मेल नहीं खाते, जिसके कारण इनके विरोधी अधिक होते हैं। हालांकि, ये मेहनती और मजबूत इरादों वाले होते हैं, इसलिए शत्रुओं को मात देकर आगे बढ़ जाते हैं।

जीवन का आनंद उठाने वाले, लेकिन गुस्से पर नियंत्रण नहीं

मूलांक 4 वाले लोग अपनी जिंदगी को खुलकर जीते हैं और ऐशो-आराम को पसंद करते हैं। इन्हें जल्दी गुस्सा नहीं आता, लेकिन जब क्रोध बढ़ जाता है तो उसे काबू करना मुश्किल हो जाता है। निर्णय लेने में ये थोड़े कमजोर होते हैं और किसी भी समस्या का हल निकालने में बहुत ज्यादा सोच-विचार करते हैं, जिससे सही फैसला लेने में देर हो जाती है।

परंपराओं को तोड़ने और नई सोच अपनाने वाले

ये लोग पुरानी प्रथाओं का विरोध करते हैं और समाज में नई परंपराओं को स्थापित करने की कोशिश करते हैं। अपने कार्यस्थल पर भी ये अपने अधिकारियों की मनमानी नहीं चलने देते और अपने साथियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते हैं।

दोस्ती निभाने में माहिर, लेकिन धोखा मिलने का डर

मूलांक 4 वालों में दोस्त बनाने की कला होती है, लेकिन कई बार ये गलत लोगों पर भरोसा कर लेते हैं। जिन लोगों के लिए ये अपनी जान लगा देते हैं, वही इन्हें धोखा दे सकते हैं। इन्हें दोस्ती में बहुत सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत होती है।

गहरी सोच वाले और रहस्यमयी स्वभाव के

मूलांक 4 के लोग अपने मन की बात किसी से आसानी से साझा नहीं करते। वे हमेशा दूसरों के मन की बातें जानने की कोशिश करते हैं और इसमें सफल भी होते हैं। इनका स्वभाव काफी रहस्यमयी होता है, जिससे लोग इन्हें समझ नहीं पाते।

सरल स्वभाव, लेकिन लोग उठा सकते हैं फायदा

इनका दिल मोम की तरह कोमल होता है, इसलिए लोग इन्हें सरल और निर्दोष समझ लेते हैं। कई बार रिश्तेदार और करीबी इन्हें इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन ये सब कुछ जानते-बूझते हुए भी परिस्थिति को सहन करते रहते हैं।

मूलांक 4 के अवगुण (कमजोरियां)

दूसरों की आलोचना करना और खुद को श्रेष्ठ समझना

मूलांक 4 वाले लोग दूसरों की निंदा करने में पीछे नहीं रहते। ये खुद को सबसे बुद्धिमान मानते हैं और अपनी तारीफ सुनना पसंद करते हैं। दूसरों को नीचा दिखाकर खुद को ऊंचा महसूस करना इनकी एक कमजोरी होती है।

झूठे आश्वासन देना

ये लोग किसी को भी ना नहीं कह पाते और कई बार झूठे वादे कर बैठते हैं। हालांकि, वे अपने वादों को पूरा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन हमेशा सफल नहीं हो पाते।

खुद को सबसे समझदार मानना

मूलांक 4 वाले कई बार खुद को सबसे ज्यादा बुद्धिमान मान लेते हैं और बड़ी-बड़ी बातें करने लगते हैं। इससे सामने वाला भ्रम में पड़ सकता है और कभी-कभी ये खुद भी गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं।

मूलांक 4 वालों की दोस्ती और रिश्ते

दोस्ती किनके साथ अच्छी रहती है?

मूलांक 4 के लोग 1, 4, 8, 10, 13, 17, 19, 22, 26, 28 और 31 तारीख को जन्मे लोगों से अच्छी दोस्ती निभा सकते हैं। इन मूलांकों के साथ इनकी साझेदारी भी सफल रहती है।

प्रेम और विवाह के लिए कौन से अंक शुभ हैं?

मूलांक 1, 4 और 8 वाले लोग इनकी अच्छे साथी साबित हो सकते हैं। अगर किसी लड़की का जन्म 1, 4, 8, 10, 13, 17, 19, 22, 26 या 31 तारीख को हुआ है, तो वह इनके लिए अच्छा जीवनसाथी बन सकती है।

मूलांक 4 वालों के लिए शुभ और अशुभ चीजें

शुभ रंग:नीला रंग इन लोगों के लिए बहुत शुभ होता है। घर की दीवारों, फर्नीचर और कपड़ों में इस रंग का अधिक इस्तेमाल करने से जीवन में उन्नति हो सकती है।

अशुभ रंग: सफेद रंग मूलांक 4 वालों के लिए अशुभ माना जाता है। चंद्रमा से जुड़े इस रंग से इन्हें बचना चाहिए, क्योंकि यह इनके लिए नकारात्मक प्रभाव ला सकता है।


ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Sanjay Purohit
जब नीम करौली बाबा ने प्रधानमंत्री से मिलने से कर दिया था मना
बाबा नीम करोली से जुड़े अनगिनत किस्से उनके भक्तों के जुबान पर रहते हैं. बाबा नीम करोली को चमत्कारी बाबा कहा जाता है. वह अपने भक्तों को नित नए चमत्कार दिखाते थे. नीम करोली बाबा को हनुमान जी का परम भक्त माना जाता था. कहा जाता था कि नीम करोली बाबा को हनुमान जी के साक्षात दर्शन हो चुके हैं, और वह अपने भक्तों की पीड़ा को बिल्कुल संकट मोचन हनुमान की तरह ही हरने की शक्तियां रखते थे.
67 views • 18 hours ago
Durgesh Vishwakarma
26 जून से शुरू हो रहे है गुप्त नवरात्र, गुप्त नवरात्रि में जरूर करें ये काम
गुप्त नवरात्रि के दौरान आपको माता की दस महाविद्याओं की साधना के साथ ही दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करना चाहिए। वहीं श्री दुर्गा चालीसा और देवी महात्म्य का पाठ करने से भी आपको शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
35 views • 2025-06-12
payal trivedi
Jagannath Ratha Yatra 2025: यहां जानें जगन्नाथ मंदिर के 'महाप्रसाद' से जुड़ी कुछ अनोखी बातें
जगन्नाथ पुरी में आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से रथ यात्रा शुरू होती है, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है।
140 views • 2025-06-11
Richa Gupta
स्नान पूर्णिमा की तैयारी जोरों पर, इसी दिन भगवान जगन्नाथ करेंगे पवित्र स्नान
27 जून से शुरू होगी, वहीं, ‘बहुदा यात्रा’ 5 जुलाई को है। त्योहार के दौरान, तीन देवताओं-जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को भक्तों द्वारा तीन विशाल लकड़ी के रथों में गुंडिचा मंदिर तक खींचा जाता है, जहां वे एक सप्ताह तक रहते हैं और फिर जगन्नाथ मंदिर लौट आते हैं।
105 views • 2025-06-10
Richa Gupta
ज्येष्ठ माह का पांचवां बड़ा मंगल आज, जानें पूजा विधि
आज ज्येष्ठ माह का पांचवां बड़ा मंगल मनाया जा रहा है। यह दिन हनुमान जी की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पूजा-अर्चना और व्रत करने से सभी दुखों का अंत होता है।
66 views • 2025-06-10
Richa Gupta
अमरनाथ यात्रा के दौरान रखें इन बातों का ध्यान, जानिए गाइडलाइन
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अप्रैल में ही शुरू हो चुके हैं। यात्रा से पहले यात्रियों के लिए कई जरूरी गाइडलाइन्स जारी की गई हैं, जिनके बारे में सभी श्रद्धालुओं को जानकारी होनी चाहिए।
157 views • 2025-06-03
Sanjay Purohit
हिंगलाज माता: पाकिस्तान की इस सिद्ध शक्तिपीठ का दर्शन करने के लिए लंबी पैदल यात्रा करते हैं लाखो श्रद्धालु
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मौजूद हिंगलाज माता मंदिर हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। यहां पाकिस्तान का सालाना सबसे बड़ा हिंदू उत्सव मनाया जाता है, जिसमें हजारों लोग हिस्सा लेते हैं। इस सिद्धपीठ के दर्शन की इच्छा बहुत सारे भारतीयों के अंदर भी है।
41 views • 2025-06-01
Sanjay Purohit
नीम करोली बाबा के कैंची धाम आश्रम में जा रहे हैं तो वहा से ये चीजें लाना न भूलें
नीम करोली बाबा का आश्रम नैनीताल के कैंची धाम में स्थित है। नीम करोली बाबा को भक्तऐ हनुमानजी का अवतार मानते हैं और उनके दर्शन करने रोजाना हजारों की संख्यार में कैंची धाम जाते हैं। नीम करोली बाबा को कलियुग का हनुमानजी कहा जाता है। मान्याता है कि यहां आने पर पर बाबा अपने भक्तों की सभी समस्यागएं दूर कर देते हैं। साथ ही यह भी कहा जाता है कि कुछ चीजें ऐसी हैं जो यहां से लौटने पर भक्तोंन को अपने साथ जरूरत लेकर जानी चाहिए। ऐसी मान्यैता है कि इन चीजों को बाबा का आशीर्वाद माना जाता है और इन्हेंन अपने घर लाने से आपको गुडलक मिलता है।
148 views • 2025-05-30
Sanjay Purohit
निर्जला एकादशी व्रत कब रखा जाएगा? क्या हैं इसका आध्यात्मिक महत्व
सनातन धर्म में जेष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी विशेष रूप से कठिन व्रतों में मानी जाती है, क्योंकि इस दिन जल तक ग्रहण नहीं किया जाता। इसका अर्थ है कि इस व्रत में अन्न, फल, और यहां तक कि पानी भी नहीं लिया जाता।
64 views • 2025-05-28
Sanjay Purohit
चतुर्मास कब से शुरू और क्या होता है इसका महत्व
आषाढ़ मास की एकादशी से चातुर्मास शुरू हो रहा है। इस दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र में चातुर्मास का विशेष महत्व है। इन चार महीनों में पूजा-पाठ करने से पुण्य मिलता है। चातुर्मास में कुछ कार्य करने योग्य हैं और कुछ वर्जित हैं। भगवान विष्णु के शयन के दौरान भगवान शिव धरती का संचार करते है।
65 views • 2025-05-23
...