


मन्दसौर में स्थित विश्वप्रसिद्ध अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर तक पहुंचने का मार्ग अब और सुगम हो जाएगा। महू-नीमच बायपास से सीधे मंदिर को सिंहस्थ पथ से जोड़ा जा रहा है। सिंहस्थ पथ पथ को बनाने का टेंडर हीरालाल गोधरा एंड कंपनी जयपुर ने लिया है। यह कंपनी इस पथ का काम 2027 दिसंबर तक पूरा करेगी। अक्टूबर माह के अंत तक इस पथ की प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी और काम शुरु हो जाएगा।
चारों तरफ से मिलेंगे सुगम रास्ते
सिंहस्थ में उज्जैन आने वाले राजस्थान, महाराष्ट्र व गुजरात सहित अन्य प्रदेशों के हजारों श्रद्धालु भी मंदसौर अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव के दर्शन करने आते है। ऐसे में अब पशुपतिनाथ महादेव के दर्शन करने पहुंचने वाले भक्तों को मंदिर तक पहुंचने के लिए चारों तरफ से सुगम रास्ते मिलेंगे। बायपास से आने वाले नालछा माता मंदिर फोरलेन के से सीधे मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा। महू-नीमच मार्ग पुलिस पेट्रोल पंप से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आंबेडकर चौराहे से पशुपतिनाथ मंदिर छोटी पुलिया तक मार्ग चौड़ीकरण होगा। शिवना पथ का भी नवंबर माह में काम शुरु हो जाएगा।
बायपास तक बनेगा फोरलेन
पशुपतिनाथ मंदिर से नालछा माता मंदिर होकर स्टेट हाईवे के बायपास तक फोरलेन बनेगा। 31 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से 3.80 किमी लंबा फोरलेन 14 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। जो पशुपतिनाथ व नालछा माता दोनों मंदिरों को स्टेट हाईवे की कनेक्टिविटी से जोड़ेगा। इस तरह राजस्थान के बासवाड़ा-प्रतापगढ़ मार्ग से भी सीधा जुड़ाव होगा। इससे यहां पर्यटकों को आने में सुविधा होगी। साथ ही नए अवसर भी खुलेंगे।