


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आज आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया जिसमें 27 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी कश्मीर में आतंक का नया पर्याय बने लश्कर- ए-तैयबा के हिट स्क्वॉड द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। आतंकी हमले के बाद सरकार एक्शन में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत की और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत श्रीनगर के लिए रवाना होकर स्थिति का जायजा लेने का निर्णय लिया। यह घटना न केवल निंदनीय है, बल्कि मानवता पर हमला भी है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और आतंकियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है
27 लोगों की मौत?
मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों का आंकड़ा एक दो नहीं बल्कि 27 हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है। आधिकारिक तौर पर सिर्फ एक की मौत की पुष्टि हुई है। बड़ी संख्या में लोग घायल भी बताए जा रहे हैं। गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। वहीं अब सुरक्षाकर्मी आतंकियों की तलाश कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अब आतंकियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गये हैं।
इलाके में घेराबंदी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मरने वालों में दो विदेशी भी शामिल हैं। 01 इजरायली और एक ईरानी नागरिक की मौत हुई है। इसके साथ मृतकों में 01 नौसेना अधिकारी भी शामिल है। यह हमला अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में हुआ, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटकों के पसंदीदा स्थान के लिए जाना जाता है। गोलीबारी के बाद, सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए तेजी से इलाके की घेराबंदी की। घायल पर्यटकों को तुरंत निकाला गया और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। इलाके को सुरक्षित करने और वहां मौजूद अन्य पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है।
कश्मीर में सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा हो गई है
इस घटना ने कश्मीर के प्रमुख पर्यटन केन्द्रों में से एक में सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं, क्योंकि यह स्थान विश्व भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। पिछले कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं, कुछ ही दिनों में अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। इन सबके बीच आतंकी हमला एक सोची समझी साजिश मानी जा रही है। वहीं इस वक्त अमेरिका के उपराष्ट्रपति भारत में हैं, ऐसे में पाकिस्तानी आतंकी संगठनों ने इस घटना को अंजाम दिया है।