


उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज 11 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो 16 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र के दौरान सरकार कई महत्वपूर्ण विधायी एजेंडों पर चर्चा करने जा रही है, वहीं विपक्ष की ओर से भी सरकार को घेरने की कई रणनीतियाँ तैयार की गई हैं।
इस बार का मानसून सत्र खास रहने वाला है। 13 अगस्त को विधानसभा में एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा, जो लगातार 24 घंटे से अधिक चलेगा। इस दौरान "विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047" विजन डॉक्यूमेंट सदन में पेश किया जाएगा। इसमें सभी मंत्री अपने-अपने विभागों का भविष्य विजन प्रस्तुत करेंगे।
सत्र की अवधि 11 से 16 अगस्त तक रहेगी
सर्वदलीय बैठक में सहयोग की अपील
रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और सभी दलों से सदन को शांतिपूर्वक और सकारात्मक ढंग से चलाने में सहयोग की अपील की।
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सहयोगी दलों के नेता ओम प्रकाश राजभर, संजय निषाद और अन्य मौजूद रहे। विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने भाग लिया।
विपक्ष की हंगामेदार तैयारी
विपक्ष ने इस बार सदन में बाढ़, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाने की योजना बनाई है। साथ ही, विपक्ष ने सत्र की अवधि को चार दिन से बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि इतने कम समय में सभी अहम मुद्दों पर चर्चा संभव नहीं है।