


आप अकसर फोन में रील्स देखते होंगे, कोई वेबसाइट एक्सप्लोर करते होंगे या फिर सड़कों पर आप गुजरते होंगे तो दीवारों पर आपको ऐसे कई पोस्टर नजर आते होंगे जो आपसे यह वादा करते हैं कि आप 1 महीने में वजन घटा सकते हैं. आज कल भारत में हर तरफ जिम का क्रेज बढ़ गया है और सीधे तौर पर मोटापे को लेकर अब बड़ी तादाद में भारतीय चिंतित नजर आने लगे हैं. डाइट से लेकर एक्सरसाइज और योगा की तरफ अब लोगों का ध्यान आकृषित हुआ है और मोटापे को बीमारी मानने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इसी को लेकर हाल ही में एक सर्वे सामने आया है.
लैंसेट की साल 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की 70% शहरी आबादी मोटापे या अधिक वजन वाली कैटगरी में है, भारत की लगभग 30 मिलियन आबादी मोटापे से ग्रस्त है. इसी के बाद अब मोटापे को लेकर देश में चिंता बढ़ रही है.
मोटापा बन गया बड़ी समस्या
इप्मोस हेल्थ सर्विस रिपोर्ट 2024 सामने आई है जो बताती है कि भारत में 47% लोग कैंसर और 28% मोटापे को लेकर चिंतित हैं, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, जहां समय के साथ कैंसर को लेकर चिंतित लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, दूसरी तरफ मोटापे को लेकर चिंतित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
मोटापे को लेकर चिंतित लोगों की तादाद पिछले एक साल में 14% बढ़ी है जबकि कैंसर को लेकर 12% कम हुई है. मोटापे को मुश्किल मानने वाले 4 साल में 3 गुना बढ़े हैं. पिछले एक साल में 14% से 28% इनकी संख्या हुई है. फिटनेस को लेकर भारतीयों में जागरूकता आई है और मोटापे को गंभीरता से लिया जाने लगा है.