वास्तु के अनुसार पुराना फर्नीचर क्यों नहीं खरीदना चाहिए?
कई लोग सुविधानुसार घर में पुराने और इस्तेमाल किये हुए फर्नीचर ले आते हैं, जबकि वो इस बात से अनजान होते हैं कि वो फर्नीचर किस तरह की ऊर्जा से जुड़ी हुई है और उसे घर में लाने से उन्हें किस-किस तरह के वास्तु दोषों का सामना करना पड़ सकता है।
Img Banner
profile
Sanjay Purohit
Created AT: 10 फरवरी 2025
194
0
...

वास्तु शास्त्र के सारे बदलाव ऊर्जा को ध्यान में रखकर किये जाते हैं क्योंकि घर की ऊर्जा से घर के परिवारजनों की ऊर्जा जुड़ी होती है। वास्तु में घर के फर्नीचर को खरीदने को लेकर भी कई नियम होते हैं। जैसे कि, मंगलवार, शनिवार और अमावस्या के दिन लकड़ी से बने किसी फर्नीचर को नहीं खरीदना चाहिए। इसके अलावा वास्तु ये भी कहता है कि शीशम, सागौन, नीम, अशोक, सागवान, अर्जुन आदि की लकड़ी फनीर्चर बनवाने के लिए शुभ है, जबकि पीपल, बरगद, चंदन जैसे पेड़ पूजनीय है। इसलिए, इनसे बने फर्नीचर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। वास्तु शास्त्र ये भी कहता है कि घर के भीतर हल्के फर्नीचर को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में और भारी फर्नीचर को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना शुभ होता है। इसी तरह वास्तुशास्त्र में ये भी माना गया है कि घरमें पुराने फर्नीचर खरीदकर कभी नहीं लानी चाहिए क्योंकि पुराने फर्नीचर को खरीदने या उपयोग करने से कई नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।

पुराने फर्नीचर में पूर्व मालिक की ऊर्जा संचित रहती है। यदि फर्नीचर का उपयोग किसी बीमार, परेशान, या आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे व्यक्ति ने किया हो, तो उसकी नकारात्मक ऊर्जा नए स्थान पर आ सकती है और वहाँ के वातावरण को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा कुछ पुराने फर्नीचर में अदृश्य दोष हो सकते हैं, जैसे कि उसमें कीड़े, घुन, या अन्य नकारात्मक तत्व छिपे हो सकते हैं, जो स्वास्थ्य और सुख-शांति के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

दुर्भाग्य तथा मानसिक और भावनात्मक प्रभाव

पुराना फर्नीचर यदि किसी अप्रिय घटना, विवाद, या दुर्घटना से जुड़ा हो, तो यह दुर्भाग्य को बढ़ा सकता है। इससे परिवार में मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याएँ, और आपसी मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। यदि फर्नीचर किसी अस्पताल, शोकग्रस्त घर, या नकारात्मक ऊर्जा वाले स्थान से आया है, तो यह नए घर के लोगों की मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है और जीवन में तनाव और अवसाद बढ़ा सकताहै।

वास्तु दोष

यदि फर्नीचर का आकार, बनावट या दिशा वास्तु सिद्धांतों के अनुसार न हो, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है। गलत दिशा में रखा गया फर्नीचर घर के सदस्यों के स्वास्थ्य, समृद्धि और संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

क्या करें यदि पुराना फर्नीचर रखना आवश्यक हो?

वास्तु शास्त्र के अनुसार भले ही पुराने फर्नीचर से नकारात्मक ऊर्जा का खतरा होता है, लेकिन यदि खरीदना आवश्यक हो, तो उचित शुद्धिकरण और सही दिशा में रखने से इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। यदि आपको मजबूरी में पुराना फर्नीचर रखना हो, तो आप उस फर्नीचर का गंगाजल या समुद्री नमक से शुद्धिकरण करें। घर में कभी भी टूटा फर्नीचर ना लायें और अगर फर्नीचर टूटा हुआ है, तो उसकी मरम्मत करवा लें और उसमें नया रंग और पॉलिश कराएं। ऊर्जा के लिए नीम की पत्तियाँ या कपूर जलाकर आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करें। फर्नीचर को सही दिशा में रखें, जैसे कि बेड, टेबल आदि को दक्षिण-पश्चिम में रखना शुभ माना जाता है।

ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
payal trivedi
आज का राशिफल 17 मार्च 2025: मेष से मीन राशि तक कैसा रहेगा आपका दिन? जानें आज किन बातों का रखना होगा ध्यान
राशिफल को निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों (मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन) का दैनिक भविष्यफल विस्तार से बताया जाता है।
42 views • 43 minutes ago
payal trivedi
Papmochani Ekadashi 2025: शिव और सिद्धि योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा से मिलेगा दोगुना फल
चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर पापमोचनी एकादशी का पर्व मनाया जाता है।
101 views • 16 hours ago
Sanjay Purohit
चैत्र नवरात्रि से क्यों होती है हिंदू नववर्ष की शुरुआत?
चैत्र महीने में पहली प्रत्यक्ष नवरात्रि पड़ती है. नवरात्रि के नौ दिन माता की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. साथ ही, व्रत भी रखा जाता है. ये नवरात्रि बड़ी विशेष होती है, क्योंकि चैत्र नवरात्रि से ही हिंदू नववर्ष शुरू हो जाता है, लेकिन इसी महीने आखिर क्यों होती है हिंदू नववर्ष शुरुआत.
84 views • 2025-03-16
Sanjay Purohit
आज राहु-केतु करेंगे नक्षत्र परिवर्तन, ये राशियां रहें सतर्क
2025 में राहु और केतु का नक्षत्र परिवर्तन होने जा रहा है, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। ज्योतिष के अनुसार, राहु और केतु की स्थिति और गोचर का असर हमारे जीवन पर काफी गहरा होता है।
76 views • 2025-03-16
Richa Gupta
कब है होली की भाई दूज, जान लें सही तिथि
होली भाई दूज हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। भाई-बहन के बीच पवित्र बंधन का यह पर्व होली के बाद पड़ने वाली द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है।
106 views • 2025-03-15
Sanjay Purohit
होली: रंगों और आध्यात्मिकता का अद्भुत मिलन
रंग हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, जो न केवल हमारे आसपास के वातावरण को जीवंत बनाते हैं, बल्कि हमारी मानसिक और भावनात्मक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं। प्रत्येक रंग की अपनी ऊर्जा और प्रभाव होता है, जो हमें आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्त करने में मदद करता है।
24 views • 2025-03-15
payal trivedi
आज का राशिफल 15 मार्च 2025: मेष से मीन राशि तक कैसा रहेगा आपका दिन? जानें आज किन बातों का रखना होगा ध्यान
राशिफल को निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों (मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन) का दैनिक भविष्यफल विस्तार से बताया जाता है।
111 views • 2025-03-15
Sanjay Purohit
पीताम्बरा पीठ दतिया के वरिष्ठ आचार्य श्री ओम नारायण शास्त्री पंचतत्व में विलीन
पीताम्बरा पीठ दतिया के वरिष्ठतम आचार्य और स्वामी जी महाराज के सानिध्य में रहे विशेष स्नेहपात्र विद्वान शिष्य श्री ओम नारायण शास्त्री का आज निधन हो गया
104 views • 2025-03-14
payal trivedi
Holika Dahan 2025: होलिका दहन पर भद्रा का साया, यहां जानें शुभ मुहूर्त
होलिका दहन का पर्व भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है। यह पर्व फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष होलिका दहन आज 13 मार्च 2025 को किया जा रहा है।
142 views • 2025-03-13
Richa Gupta
होलिका दहन आज, पूजा के मिलेगा सिर्फ इतने घंटे का समय, जानें महत्व
होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद की याद में मनाया जाता है, जिन्हें उनकी बुआ होलिका ने आग में जलाने की कोशिश की थी।
132 views • 2025-03-13
...