


होली केवल रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह सौभाग्य को आमंत्रित करने और नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है। इस साल होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा, जबकि रंगों का त्योहार 14 मार्च को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और इस दिन नकारात्मकता को खत्म करने के लिए विभिन्न उपाय किए जाते हैं। धार्मिक और वास्तु शास्त्र के दृष्टिकोण से भी इस दिन को बहुत शुभ माना गया है।
अगर आपके घर में किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा व्याप्त है, बार-बार किसी न किसी प्रकार की समस्याएं आ रही हैं, या फिर घर के सदस्यों को अनजाना भय सता रहा है, तो होली के दिन किए गए कुछ सरल उपाय आपकी सभी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार होली पर किए जाने वाले उपाय
1. मुख्य द्वार पर तोरण लगाना
होली के दिन घर के मुख्य द्वार पर तोरण (आम या अशोक के पत्तों से बना) लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती और वातावरण शुद्ध एवं सकारात्मक बना रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह देवी लक्ष्मी को भी प्रसन्न करता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
2. तिजोरी में चांदी का सिक्का रखना
अगर आप आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं या धन की तंगी बनी रहती है, तो होली से पहले एक चांदी का सिक्का खरीदें और उसकी विधिपूर्वक पूजा करें। पूजा करने के बाद इस सिक्के को अपनी तिजोरी में रखें। यह उपाय धन वृद्धि में सहायक माना जाता है और इससे तिजोरी कभी खाली नहीं रहती।
3. इष्टदेव को गुलाल अर्पित करना
होली के दिन प्रातः स्नान के बाद अपने इष्टदेव को गुलाल अर्पित करें। इसके साथ ही घर के ईशान कोण में भगवान की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करके विधिपूर्वक पूजा करें। यह उपाय ग्रह दोषों को दूर करता है और वास्तु दोष से उत्पन्न नकारात्मक प्रभावों को खत्म करने में सहायक होता है।
4. बांस का पौधा लगाना
वास्तु शास्त्र के अनुसार बांस का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने में बहुत प्रभावी होता है। इसलिए होली से पहले अपने घर में बांस का पौधा लगाएं। यह पौधा न केवल सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति में भी सुधार लाने में सहायक माना जाता है।