


अमरनाथ यात्रा के 11वें दिन तक दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। इसी कड़ी में आज सोमवार की सुबह 6,143 तीर्थयात्रियों का नया जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर की ओर रवाना हुआ। अधिकारियों के मुताबिक यह जत्था दो सुरक्षा काफिलों में रवाना किया गया। पहले काफिले में 100 वाहन शामिल थे, जो 2,215 यात्रियों को लेकर सुबह 3:30 बजे बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ। वहीं, दूसरे काफिले में 135 वाहन थे, जो 3,928 श्रद्धालुओं को लेकर सुबह 4:00 बजे नुनवान (पहलगाम) आधार शिविर के लिए निकले।
वहीं इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा ताकत के साथ 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों की तैनाती की गई है। जम्मू से लेकर गुफा मंदिर तक के पूरे मार्ग, दोनों आधार शिविरों और सभी पारगमन शिविरों को सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षित कर लिया गया है।
गौरतलब है कि तीर्थयात्री दो मुख्य मार्गों से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पहलगाम मार्ग से जाने वाले श्रद्धालुओं को चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी होते हुए 46 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है, जो चार दिन में पूरी होती है। वहीं, बालटाल मार्ग से जाने वाले श्रद्धालु केवल 14 किलोमीटर की चढ़ाई कर उसी दिन वापसी भी कर लेते हैं। इस वर्ष सुरक्षा कारणों से हेलीकॉप्टर सेवा बंद है।
अमरनाथ यात्रा इस वर्ष 3 जुलाई को शुरू हुई है और यह 9 अगस्त को समाप्त होगी, जो श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन का दिन है। यह यात्रा हिंदू धर्म की सबसे पवित्र यात्राओं में से एक मानी जाती है, क्योंकि मान्यता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरता का रहस्य बताया था।