


राजधानी भोपाल में स्मार्ट मीटर और बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर जनता में लगातार नाराजगी देखी जा रही है। हाल के हफ्तों में शहर के विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं, जिसमें लोगों ने आरोप लगाया है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली बिलों की राशि अचानक कई गुना बढ़ गई है। इस जनविरोध के बीच बिजली कंपनी ने पहली बार सामने आकर स्मार्ट मीटर के फायदे गिनाने की पहल की है। एक तकनीकी कार्यशाला (सेमिनार) में कंपनी अधिकारियों ने स्मार्ट मीटर के उपयोग और तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
सेमिनार में क्या कहा गया?
कार्यशाला को महाप्रबंधक बी. बी. एस. पवार ने संबोधित किया। उन्होंने कहा, स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के हित में हैं। ये पारदर्शिता लाते हैं, रियल टाइम खपत की जानकारी देते हैं और बिलिंग में गड़बड़ियों की संभावना को खत्म करते हैं। पवार ने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे इस बदलाव में बिजली कंपनी का सहयोग करें। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में स्मार्ट मीटर लगवाने की अपील की।
तकनीकी जानकारी भी दी गई
कार्यशाला में स्मार्ट मीटर की कार्यप्रणाली, डेटा संचार प्रणाली, रिमोट रीडिंग, और मीटरिंग सटीकता के बारे में भी बताया गया। अधिकारियों ने दावा किया कि स्मार्ट मीटर के जरिए उपभोक्ता खपत को मोबाइल ऐप या पोर्टल पर खुद देख सकते हैं, जिससे बिल पर नियंत्रण रखना आसान होता है।
जनता के फीडबैक पर क्या बोले अधिकारी?
कार्यशाला में मौजूद अधिकारियों ने माना कि मीडिया और जनता से प्राप्त फीडबैक को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम जनता की चिंताओं को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाएंगे और समस्याओं को दूर करने की दिशा में कार्य करेंगे।"यदि किसी उपभोक्ता को मीटर से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसकी जांच की जाएगी और उचित समाधान किया जाएगा।"