मध्य प्रदेश में थाईलैंड की प्रतिबंधित 'मछली' की तस्करी हो रही है। महाराष्ट्र के रास्ते यह खतरनाक और विषैली मछली को एमपी के सीमावर्ती जिलों में खपाया जा रहा है। नरसिंहपुर पुलिस ने एक इनपुट के बाद दो पिकअप वाहनोंको पकड़कर 3 हजार किलो जिंदा मछली जब्त की है। इसे जमीन में गड्डा खोदकर जिंदा दफना दिया है।
नरसिंहपुर पुलिस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित मछली की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिले में विदेशी मछली 'थाई मांगुर' की अवैध तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हो गया। शनिवार देर रात स्टेशनगंज थाना पुलिस ने दो पिकअप वाहनों से करीब 3 हजार किलो प्रतिबंधित मछली जब्त की, जो महाराष्ट्र के नागपुर से नर्मदापुरम ले जाई जा रही थी। मछलियों को पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरा बताते हुए बड़े गड्ढे में दफना दिया गया। तीन तस्करों को हिरासत में ले लिया गया है।
मत्स्य विभाग की जांच में खुलासा
मत्स्योद्योग सहायक संचालक बबीता चौरसिया ने बताया कि जांच में पुष्टि हुई कि यह 'थाईलैंड मूल की मांगुर प्रजाति' है, जो भारत में पूरी तरह प्रतिबंधित है। केंद्र सरकार ने पर्यावरणीय जोखिमों के चलते साल 2000 से इस पर पाबंदी लगा रखी है। उन्होंने कहा कि मछलियों को अस्वास्थ्यकर तरीके से पाला जाता है, जिसमें सड़े मांस और प्रदूषित पानी का इस्तेमाल होता है। इससे उपभोक्ताओं को कैंसर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।