अक्सर लोग सोचते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत हमेशा गांठ से होती है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती स्टेज में कई बार कोई गांठ नजर नहीं आती। इसके बजाय शरीर धीरे-धीरे कुछ संकेत देना शुरू कर देता है। अगर इन संकेतों को समय रहते पहचाना जाए, तो कैंसर को जल्दी पकड़ा जा सकता है और इलाज के बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
शुरुआती चेतावनी के मुख्य संकेत
त्वचा पर संतरे जैसी बनावट
ब्रेस्ट की त्वचा अचानक खुरदरी, उभरी या गड्ढेदार लग सकती है।
इसे ‘संतरे के छिलके’ जैसी बनावट कहते हैं।
यह तब होता है जब कैंसर सेल्स त्वचा के नीचे की नलियों को बाधित कर देते हैं।
निप्पल में बदलाव
निप्पल अंदर धंस जाना, आकार बदलना, ऊपर परत बनना या रैशेज दिखना। निप्पल से दूध के अलावा कोई अन्य तरल निकलना, जैसे साफ पानी जैसा फ्लूइड या खून। ऐसे बदलाव गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं, इन्हें नजरअंदाज न करें।
पीरियड्स से न जुड़ा दर्द
ब्रेस्ट में दर्द अक्सर मासिक धर्म के समय होता है। अगर दर्द लगातार हो, चुभन जैसा हो और साथ में सूजन, निप्पल बदलाव या त्वचा में असामान्यता दिखे, तो इसे हल्के में न लें। केवल दर्द से कैंसर की पुष्टि नहीं होती, लेकिन यह शुरुआती अलार्म हो सकता है।
बगल या कॉलर बोन के पास सूजन
कैंसर सेल्स कभी-कभी बगल और कॉलर बोन के पास मौजूद लिंफ नोड्स तक पहुंच जाते हैं। इससे वहां सूजन या भारीपन महसूस हो सकता है। कई बार ब्रेस्ट में गांठ नहीं दिखती, लेकिन बगल में सूजन हो तो यह शुरुआती संकेत हो सकता है।
ब्रेस्ट का आकार और बनावट में बदलाव
अगर एक ब्रेस्ट अचानक दूसरे के मुकाबले बड़ा या छोटा दिखने लगे। त्वचा में खिंचाव, गड्ढा या अनियमित छाया दिखे। कई बार ये बदलाव इतने हल्के होते हैं कि बिना ध्यान दिए रह सकते हैं।