प्रदेश में इस बार समय से पहले ही कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। उत्तरी हवाओं के प्रभाव से शीतलहर चल रही है, जिससे तापमान तेजी से गिरा है। सरगुजा संभाग में भी कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए शीतलहर की चेतावनी जारी की है, जिससे तापमान में और अधिक गिरावट होने की संभावना है।
रविवार को रायपुर में तापमान 10 साल में सबसे कम दर्ज किया गया। रात का तापमान सामान्य से लगभग चार डिग्री नीचे रहा। रायपुर माना में न्यूनतम तापमान 13.8°C, जो पिछले 10 साल के औसत से कम था। शहर का अधिकतम तापमान 28.2°C और न्यूनतम 13.9°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से क्रमशः 2.5 और 3.9 डिग्री कम है। माना एयरपोर्ट केंद्र में अधिकतम 27.6°C और न्यूनतम 13.8°C रिकॉर्ड किया गया।
उत्तर भारत की हवाओं ने बढ़ाई सर्दी
उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तेज उत्तरी हवाएं छत्तीसगढ़ पहुंच रही हैं, जिससे दिन और रात का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है।
शीतलहर की चेतावनी जारी
अगले तीन दिनों में उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में शीतलहर रहने की संभावना है। इसके बाद तापमान में 2–3 डिग्री की और गिरावट होने का अनुमान है, यानी राजधानी में पारे का स्तर और नीचे जा सकता है।
अंबिकापुर संभाग में भी गिरावट
संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग 7 डिग्री नीचे पहुंच गया है, जिससे भीषण शीतलहर की स्थिति बन गई है। रविवार को शहर का न्यूनतम तापमान 6.2°C रिकॉर्ड किया गया। पिछले आठ दिनों से उत्तरी छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे बना हुआ है।
दस साल के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर के मध्य में रायपुर का अधिकतम तापमान आमतौर पर 32–33°C के बीच रहता था, लेकिन इस बार यह सीधे 28°C पर पहुंच गया, जो पिछले दशक का सबसे कम अधिकतम तापमान है। इसी तरह न्यूनतम तापमान 14–16°C के बीच रहता था, जबकि इस बार यह 13.8–13.9°C दर्ज होकर नया रिकॉर्ड बना।