विधानसभा सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवचयनित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन की सबसे निचली पायदान पर काम करने वाली बहनों को विधानसभा जैसे उच्चतम स्तर पर नियुक्ति पत्र प्रदान करना एक नया इतिहास है। उन्होंने यह भी बताया कि चयन पूरी तरह पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से हुआ है। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें और यशोदा मैया की तरह बच्चों को शिक्षा और संस्कार प्रदान करें। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को इस अवसर पर विधानसभा की कार्यवाही भी देखने का अवसर मिला। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने उन्हें बधाई दी और सरकार की पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया की सराहना की।
कार्यक्रम में मंत्री निर्मला भूरिया, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस, अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई और प्रमुख सचिव जीवी रश्मि भी उपस्थित रहे। अर्चना चिटनिस ने नवनियुक्त कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से कर्तव्यनिष्ठ रहने की शपथ दिलाई, जबकि मंत्री निर्मला भूरिया ने उन्हें संबोधित किया।
प्रदेश में लगभग 19,250 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के रिक्त पदों के लिए करीब 4 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से लगभग 12,075 उम्मीदवारों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हुई और नियुक्ति पत्र जारी किए गए। देश में यह पहली बार है कि ऑनलाइन पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्ति हुई है। इस प्रणाली में दस्तावेज़ गुम होने या खो जाने का जोखिम समाप्त हो गया है और चयन अब 100% मेरिट आधारित है। इसके अलावा, दावा, आपत्ति और अपील की भी पूरी व्यवस्था की गई है। नवनियुक्त कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को प्रतिमाह करीब 14 करोड़ रुपए का मानदेय वितरित किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने अभिनंदन पत्र भी भेंट किए।