


श्रमिक महासम्मेलन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने श्रमिकों की मेहनत और योगदान की सराहना की। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों को कई बड़ी सौगातें दीं। मुख्यमंत्री ने दीदी ई-रिक्शा योजना और निर्माण श्रमिक सहायता योजना की राशि 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये करने की घोषणा की। साथ ही 65 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे श्रमिकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की गई।
श्रमिकों को योजनाओं का लाभ
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि दीदी ई-रिक्शा योजना की सहायता राशि अब 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये कर दी गई है। इसी तरह निर्माण श्रमिक सहायता योजना के तहत मकान निर्माण के लिए दी जाने वाली राशि भी 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये कर दी गई है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पंजीकृत श्रमिकों की मुफ्त स्वास्थ्य जांच और इलाज का पूरा खर्च श्रम विभाग उठाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि आज 1 लाख 84 हजार 220 श्रमिकों के खातों में 65 करोड़ 16 लाख 61 हजार रुपये से अधिक की राशि डीबीटी (DBT) के माध्यम से ट्रांसफर की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ‘श्रमेव जयते’ वेबसाइट और हेल्पलाइन शुरू की गई है। शिक्षा पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने ‘अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना’ का उल्लेख किया और कहा कि श्रमिकों के बच्चों को IIT, JEE, NEET और CA जैसी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। इसके अलावा, दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए ट्राइबल हॉस्टल की सीटें 50 से बढ़ाकर 185 कर दी गई हैं।