


सोमवार को करेंसी बाजार में बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 39 पैसे मजबूत होकर 84.18 पर पहुंच गया। विदेशी निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी, घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपए को जबरदस्त सपोर्ट दिया। डॉलर इंडेक्स भी फिसला, जिससे रुपए की मजबूती और अधिक प्रभावी बन गई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट और घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक रुख से निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ है। रुपया आज 84.45 प्रति डॉलर पर खुला था और कारोबार के दौरान 84.47 के निचले स्तर तक भी गया।
इससे पहले शुक्रवार को रुपए में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। एक समय यह 84 प्रति डॉलर के सात माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा लेकिन बाद में लाभ गंवाकर 84.57 प्रति डॉलर पर तीन पैसे की गिरावट के साथ बंद हुआ।