


रविवार की सुबह दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। सुबह 8 बजे के करीब शुरू हुई झमाझम बारिश ने कई सड़कों पर जलभराव की स्थिति पैदा कर दी, जिससे लोगों को आवाजाही में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आसमान में सुबह से ही बादल छाए हुए थे और कुछ ही देर में मूसलाधार बारिश ने राजधानी को भिगो दिया।
इस साल दिल्ली में अगस्त का महीना बीते 13 वर्षों में सबसे ठंडा रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस बार औसत अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके साथ ही बारिश के मामले में भी इस अगस्त ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सफदरजंग में अब तक 400 मिमी से ज्यादा वर्षा हो चुकी है, जो पिछले 14 वर्षों में सबसे अधिक है।
यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर
शनिवार की रात यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। पुरानी दिल्ली में स्थित पुल के पास रात 8 बजे इसका जलस्तर 205.52 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 0.15 मीटर अधिक है। निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। सरकार की ओर से राहत शिविर भी बनाए गए हैं।
मौसम विभाग ने पहले ही दिल्ली-NCR में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया था। रविवार को अवकाश होने के कारण अधिकांश लोग घरों में रहकर बारिश का आनंद ले सकते हैं, लेकिन जिन लोगों को जरूरी काम से बाहर निकलना पड़ा, उन्हें जलभराव के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट
पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली, दक्षिण-पूर्व दिल्ली और शाहदरा जैसे क्षेत्रों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही यह भी संभावना जताई गई है कि देर रात तक बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ बारिश जारी रह सकती है।