


गुजरात में आज मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन गांधीनगर के महात्मा मंदिर में किया गया। इस अवसर पर मंत्रिमंडल का बड़ा विस्तार देखने को मिला। इस दौरान हर्ष सांघवी ने गुजरात के नए उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) पद की शपथ ली। वहीं, जितेंद्र वाघाणी और अर्जुन मोढवाडिया ने भी गांधीनगर में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
जामनगर उत्तर से विधायक रीवाबा जडेजा ने भी मंत्री पद की शपथ ली। 35 वर्षीय रीवाबा क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी हैं। मोरबी से विधायक कांति अमृतिया ने भी शपथ ली।
सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी पी.सी. बरंडा ने भी मंत्री पद की शपथ ली। वे अरावली के भिलोदा से विधायक हैं। कच्छ जिले के अंजार से विधायक त्रिकम छंगा, जो अहीर समुदाय से आते हैं, उन्होंने भी मंत्री पद की शपथ ली। नवसारी के गणदेवी से विधायक नरेश पटेल, जो अनुसूचित जनजाति से आते हैं और पहले भी मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने भी शपथ ली। वाव से विधायक स्वरूपजी ठाकोर और डीसा से विधायक प्रवीण माली ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के अलावा जिन विधायकों को मंत्री पद मिला है, उनके नाम हैं – त्रिकम बिजल छंगा, स्वरूपजी सरदारजी ठाकोर, प्रवीण माली, ऋषिकेश पटेल, पीसी बरंडा, दर्शना वाघेला, कांतिलाल अमृतिया, कुंवरजीभाई बावलिया, रीवाबा जडेजा, अर्जुन मोढवाडिया, डॉ. प्रद्युम्न वाजा, कौशिक वेकारिया, परषोत्तम सोलंकी, जितेंद्र वाघाणी, रमण सोलंकी, कमलेश पटेल, संजय सिंह महीडा, रमेश कटारा, प्रफुल पानसेरिया, हर्ष संघवी, मनीषा वकील और ईश्वर सिंह पटेल।
इस बार 9 पुराने मंत्रियों को हटाया गया है, जबकि 6 पुराने चेहरों को दोबारा मौका दिया गया है।
नई कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत कुल 8 पाटीदार नेताओं को जगह दी गई है। साथ ही 8 ओबीसी, 4 आदिवासी, 3 अनुसूचित जाति के विधायक, और एक अनाविल ब्राह्मण कनुभाई को मंत्रिपद दिया गया है। जैन समुदाय से हर्ष संघवी को शामिल किया गया है, जबकि क्षत्रिय समुदाय से रीवाबा जडेजा को जगह मिली है। हालांकि हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और दो आंदोलनकारी नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है।
गुजरात में हुआ यह मंत्रिमंडल विस्तार 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है। इसमें खासतौर से जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा गया है। गौरतलब है कि 16 अक्टूबर को भूपेंद्र पटेल सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।