


हरिद्वार में मलेशिया सिविल सेवा के 33 प्रशिक्षु अधिकारियों का दल भारत सरकार के राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के तत्वावधान में जिला मुख्यालय पहुंचा। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से विकास भवन में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे एवं अन्य अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ और गंगाजल भेंटकर अतिथियों का पारंपरिक स्वागत किया।
प्रशासनिक कार्यप्रणाली और सांस्कृतिक विरासत पर विशेष सत्र
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मलेशियाई अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक प्रणाली, अधिकारों, शक्तियों तथा केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होंने हरिद्वार की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान जैसे:
गंगा आरती
कुंभ मेला
कांवड़ यात्रा
भीड़ नियंत्रण और
आपदा प्रबंधन की चुनौतियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने विकास योजनाओं को ग्राम स्तर तक प्रभावी रूप से पहुंचाने की प्रक्रिया साझा की।
पुलिसिंग और स्थानीय प्रशासन की भूमिका भी समझी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र चौधरी ने कानून व्यवस्था, पुलिसिंग की कार्यप्रणाली और धार्मिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन के व्यवहारिक अनुभव साझा किए।
खंड विकास अधिकारी मानस मित्तल ने विकास खंड स्तर पर चल रही विभिन्न योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की जानकारी दी।
कार्यक्रम का समापन और प्रतीक चिन्ह भेंट
कार्यक्रम का संचालन जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नलिनी ध्यानी ने किया। कार्यक्रम के अंत में मलेशिया दल के टीम लीडर मोहम्मद खैरुल रिजाल और बृजेश बिष्ट ने प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किया।