


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा धार जिले में प्रथम पीएम मित्रा पार्क का शुभारंभ केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि किसानों की मेहनत को वैश्विक पहचान दिलाने वाला ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने इसे प्रदेश के औद्योगिक भविष्य की आधारशिला और किसानों के लिए नई संभावनाओं का द्वार बताया। प्रधानमंत्री का यह विज़न किसानों को खेतों से सीधे वैश्विक बाजार तक पहुँचाने वाला है, जिसमें मध्यप्रदेश की कपास उत्पादक धरती सबसे मजबूत आधार बनी है। यह पार्क कपास उत्पादक किसानों के लिये समृद्धि के द्वार खोलेगा।
कपास उत्पादन में म.प्र. देश में अग्रणी
मध्यप्रदेश लंबे समय से कपास उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में गिना जाता है। प्रदेश के लगभग 18 जिलों की धरती कपास की फसल से लहलहाती है। करीब 6 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हर साल लगभग 24 लाख टन कपास पैदा होता है। इतना ही नहीं, देश में जितना ऑर्गेनिक कॉटन पैदा होता है, उसका लगभग 40 प्रतिशत अकेले मध्यप्रदेश से आता है। यही वजह है कि वस्त्र उद्योग के लिए मध्यप्रदेश सबसे उपयुक्त गंतव्य साबित हुआ है और धार का पीएम मित्रा पार्क इसी प्राकृतिक सामर्थ्य का परिणाम है।
करीब 2,158 एकड़ में विकसित हो रहा यह पार्क विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है। यहां 20 MLD का कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, 10 MVA का सौर ऊर्जा संयंत्र, पानी और बिजली की पुख्ता आपूर्ति, आधुनिक सड़कें और 81 प्लग-एंड-प्ले यूनिट्स जैसी व्यवस्थाएँ विकसित की जा रही हैं। श्रमिकों और महिला कर्मचारियों के लिए आवास और सामाजिक सुविधाएं इसे केवल औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि आदर्श औद्योगिक नगर का रूप देती हैं।
निवेशकों का भरोसा भी इस परियोजना पर साफ दिखाई देता है। अब तक कुल 27 हजार 109 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह निवेश उद्योगों की स्थापना के साथ स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार का मार्ग प्रशस्त करेगा। वस्त्र क्षेत्र के बड़े संगठन और उद्योग समूह यहां आकर निवेश की रुचि दिखा चुके हैं। इससे न केवल प्रदेश को औद्योगिक लाभ मिलेगा, बल्कि निर्यात को भी नई दिशा मिलेगी। धार से तैयार वस्त्र और परिधान अब सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचेंगे और मध्यप्रदेश वैश्विक टेक्सटाइल हब के रूप में अपनी अलग पहचान बनाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी के विजन को पूरा करेगा पीएम मित्रा पार्क
प्रधानमंत्री मोदी के विज़न के अनुरूप यह पार्क “फार्म से फाइबर, फैक्ट्री से फैशन और विदेश” की संपूर्ण वैल्यू चेन को साकार करता है। यहां किसानों से प्राप्त कच्चा कपास उद्योगों में धागा बनेगा, वहीं से वस्त्र और परिधान तैयार होंगे और यही उत्पाद विदेशों तक जाएंगे। इस तरह पूरी वैल्यू चेन एक ही स्थान पर पूरी होगी। यही इसे अन्य पार्कों से अलग और आदर्श बनाती है।
3 लाख रोजगार होंगे सृजित
पीएम मित्रा पार्क से लगभग 3 लाख रोजगार सृजित होंगे। इसमें एक लाख प्रत्यक्ष और दो लाख अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल होंगे। कपास आधारित उद्योगों के विस्तार से किसानों को उनकी फसल का दोगुना मूल्य मिलेगा। यह अवसर केवल रोजगार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि गांव-गांव तक आर्थिक गतिविधियों को गति देगा और स्थानीय बाजारों से लेकर निर्यात तक नई संभावनाएँ पैदा करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भैंसोला में पीएम मित्रा पार्क की तैयारियों का जायजा भी ले चुके है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर व्यवस्था समयबद्ध और सुव्यवस्थित हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह दौरा प्रदेश के औद्योगिक और सामाजिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उनका मानना है कि यह परियोजना किसानों, श्रमिकों, महिलाओं और युवाओं सभी के जीवन को छूने वाली है।
कपास उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश के लिए यह पार्क इसलिए और भी खास है क्योंकि यह सीधे किसानों को उद्योगों से जोड़ता है। अब यहां का कपास केवल फसल न रहकर प्रदेश की औद्योगिक पहचान बनेगा। पीएम मित्रा पार्क धार की धरती को परिश्रम, पार्क और पहचान तीनों का केंद्र बना रहा है और यही इसे पूरे देश में सबसे अलग और खास बनाता है।