लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा देशभर में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। शनिवार को नहाय-खाय के साथ इसकी शुरुआत हुई और रविवार को दूसरे दिन खरना का पर्व मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक संदेश साझा किया और इसके साथ प्रसिद्ध गायक दिनेश लाल यादव का छठ गीत ‘सुख लेके उगिह दुख लेके डुबिह’ भी साझा किया। उन्होंने लिखा, “आप सभी को महापर्व छठ खरना पूजा की असीम शुभकामनाएं। सभी व्रतियों को सादर नमन! श्रद्धा और संयम के प्रतीक इस पावन अवसर पर गुड़ से तैयार खीर के साथ सात्विक प्रसाद ग्रहण करने की परंपरा रही है। मेरी कामना है कि इस अनुष्ठान पर छठी मइया हर किसी को अपना आशीर्वाद दें।”
गीत ‘सुख लेके उगिह दुख लेके डुबिह’ को दिनेश लाल यादव ने अपनी मधुर आवाज में गाया है। इसके बोल अवधेश कुमार सिंह विमल बवारा ने लिखे हैं, जबकि संगीत अनिल अनमोल शर्मा ने दिया है। यह गीत छठ पूजा की भक्ति, भावना और लोक संस्कृति को खूबसूरती से दर्शाता है।
छठ पूजा का पहला दिन शनिवार को नहाय-खाय के रूप में मनाया गया, जहां व्रतियों ने गंगाजल से स्नान कर अरवा चावल, चना दाल, लौकी की सब्जी और आंवले की चटनी का प्रसाद ग्रहण किया। रविवार को खरना के दिन व्रती पूरे दिन अन्न-जल का त्याग कर उपवास रखती हैं। शाम को मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ की खीर और रोटी बनाकर छठी मइया को अर्पित किया जाता है। पूजा के बाद व्रती वही प्रसाद ग्रहण करती हैं और फिर अगले 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखती हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, खरना से लेकर पारण तक व्रतियों पर छठी मैया की विशेष कृपा बनी रहती है। यह पर्व सूर्य उपासना, शुद्धता, अनुशासन और परिवार की मंगलकामना का प्रतीक माना जाता है।