भारत की जनसंख्या घनता सबसे ज्यादा है और यहां सिर्फ 18% बाघों का habitat है लेकिन भारत ने अपने बाघों को शिकार से बचाने, उनके habitat की सुरक्षा और सख्त वन्यजीव सुरक्षा कानूनों के जरिए बचाए रखा है।
अब बाघ 1,38,200 वर्ग किमी में चैन से बसर कर रहे हैं, जो इंग्लैंड के आकार का आधा है।
भारत ने इसे कैसे बनाया संभव ?
1. सख्त वन्यजीव सुरक्षा कानून - बाघ संरक्षण की रीढ़।
2. समुदाय की भागीदारी - स्थानीय समुदाय बाघों की रक्षा करते हैं और इकोटूरिज्म से लाभ उठाते हैं।
3. आवास का विस्तार - 2006 से बाघों के habitat में 30% की वृद्धि, हर साल 2,929 वर्ग किमी बढ़त।
4. मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करना - संरक्षण प्रयास शांति से सहअस्तित्व को प्राथमिकता देते हैं।
5. वैज्ञानिक निगरानी - हर चार साल में भारत 20 राज्यों में दुनिया की सबसे बड़ा बाघ सर्वेक्षण करता है।
भारत में बाघ संरक्षण की सफलता एक उम्मीद की किरण है और ये साबित करता है कि इंसान और वन्यजीव साथ-साथ रहकर भी फल-फूल सकते हैं।