


पटना, क्या एनडीए का 'बिहार प्लान' लीक हो गया? या लीक कर दिया गया? ये सवाल इसलिए कि बिहार के सियासी गलियारे में सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर एक चार्ट घूम रहा है। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए की सभी पांच पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि 243 विधानसभा सीटों में से जेडीयू 102-103 पर और बीजेपी 101-102 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। बीजेपी से एक सीट ज्यादा जेडीयू का रहेगा। बाकी बची हुई लगभग 40 सीटें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को दी जाएंगी। चिराग पासवान को सबसे ज्यादा सीटें मिल सकती हैं क्योंकि उनके पांच सांसद हैं। बताया जा रहा है कि एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत सीरियस मोड में है।
मांझी-चिराग-कुशवाहा को कितनी सीटें?
खबरों की मानें तो चिराग पासवान को 25-28 सीटें मिल सकती है। जीतन राम मांझी को 6-7 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4-5 सीटें मिलने की उम्मीद है। हालांकि, ये भी बताया जा रहा है कि अभी सीटों के बंटवारे पर शुरुआती दौर की बातचीत हुई है। वैसे, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी पहले ही प्रेशर पॉलिटिक्स का गेम चलना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि फर्स्ट राउंड की बातचीत पटना में हो चुकी है। अब जल्द ही दिल्ली में बातचीत का अगला दौर शुरू होगा।
बिहार एनडीए में पांच पार्टियां शामिल
सीटों को लेकर गुणा-गणित ऊपर-नीचे हो सकता है, मगर सभी पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। एनडीए की सभी पांच पार्टियां मिल कर चुनाव लड़ेंगी। यानी एनडीए के सभी दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। एलजेपी (रामविलास) को ज्यादा सीटें मिलने की वजह ये है कि उसके पांच सांसद हैं। इससे चिराग पासवान का पलड़ा थोड़ा भारी है।