


वर्षों के लंबे इंतजार के बाद शुरू हुए केंद्रीय विद्यालय अशोकनगर में शनिवार को केंद्रीय मंत्री सिंधिया पहुंचे। जहां पर उन्होंने मंच से संबोधन के दौरान यह बात कही। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ नेता कहने लगे, मुंगावली व चंदेरी को दे दिया और अशोकनगर को नहीं दिया। कुछ नेता जो खुद अच्छा कर नहीं पाते और उनकी टांग खींचने की आदत हो जाती है कैकड़ों की तरह। राजनीति करने लगे और मुद्दा बना दिया। लोगों ने कैसे सोच लिया कि अशोकनगर को छोड़ दूंगा। देर हो सकती है लेकिन छोड़ नहीं सकता, मेरा नाम ज्योतिरादित्य है। उन्होंने आगे कहा, शिक्षा हो स्वास्थ्य हो, इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं, हमारी आगामी पीढ़ी शिक्षित व सभ्य हो, इस दिशा में एक नया सूर्योदय हुआ है।
सिंधिया बने शिक्षक, बच्चों को पढ़ाया व पूछे सवाल
केंद्रीय विद्यालय पहुंचे केंद्रीय मंत्री सिंधिया शिक्षक बन गए, जहां पर उन्होंने छात्र-छात्राओं को पढ़ाया और उनसे सवाल भी पूछे। बच्चों से किताब भी पढ़वाकर देखा गया और बच्चों से कहा कि आप रॉकेट हो और आपका दिमाग उसका इंजन है. इस इंजन को जितना बड़ा करोगे उतना रॉकेट के लिए अच्छा है। साथ ही स्कूल के लिए दो आरओ वाटर प्यूरीफायर दिए, ताकि बच्चों को स्कूल में साफ पानी मिल सके। इसके अलावा स्कूल को दो कंप्यूटर सिस्टम, खेल सामग्री, संगीत यंत्र और पुस्तकें भी उन्होंने भेंट कीं।