भारत के मेडिकल कॉलेजों में MBBS करने के लिए 'नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट' (NEET) एग्जाम देना पड़ता है। हर साल 25 लाख के करीब स्टूडेंट्स इस एग्जाम को देते हैं, जिसके बाद उन्हें MBBS में एडमिशन मिल पाता है। NEET एग्जाम को देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे कठिन एग्जाम में से एक माना जाता है, क्योंकि इसमें सक्सेस रेट काफी कम होता है। भारत में मेडिकल की करीब 1 लाख सीटें हैं, जिसमें 50 हजार सरकारी और बाकी प्राइवेट कॉलेजों में हैं।
किस देश में बिना NEET मिलेगा MBBS में एडमिशन?
दरअसल, हम यहां जिस देश की बात कर रहे हैं, वो जॉर्जिया है। यहां पर छह साल में मेडिकल डिग्री मिल जाती है। सबसे अच्छी बात ये है कि जॉर्जिया में मेडिकल की पढ़ाई का खर्च काफी कम है। यहां भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों से भी कम फीस ली जाती है। जॉर्जिया में MBBS की सालाना ट्यूशन फीस 2.5 लाख से 8 लाख के बीच है। साथ ही छात्रों को MBBS करने के लिए कई तरह की स्कॉलरशिप भी दी जाती हैं।
जॉर्जिया के किन मेडिकल कॉलेजों में बिना NEET मिलेगा एडमिशन?
त्बिलिसी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी (TSMU), इवान जवाखिश्विली त्बिलिसी स्टेट यूनिवर्सिटी (TSU), न्यू विजन यूनिवर्सिटी, डेविड ट्विल्डियानी मेडिकल यूनिवर्सिटी (DTMU) और बटुमी शोता रुस्तवेली स्टेट यूनिवर्सिटी (BSU) शामिल हैं। अगर आप भी विदेश से MBBS करना चाहते हैं, तो इन यूनिवर्सिटीज में एडमिशन ले सकते हैं। यहां पर बिना NEET एडमिशन मिल जाएगा। हालांकि, एडमिशन से पहले जरूरी शर्तों के बारे में जरूर जान लें, क्योंकि कुछ मेडिकल कॉलेजों में इंटरनल टेस्ट भी हो सकते हैं।