


अप्रैल महीने के आखिर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा 2025 पर संशय के बदल मंडराए थे लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' के बड़े एक्शन और सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त के बाद तीर्थ यात्री बढ़ी संख्या में पंजीकरण करवा रहे हैं। इस साल की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। इसके लिए 331,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा खुद उप राज्यपाल मनोज सिन्हा कर रहे हैं।
दोनों रूट से होगी अमरनाथ यात्रा
इस साल की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को दोनों मार्गों से होगी। इनमें अनंतनाग जिले के पहलगाम और गंदेरबल जिले के बालटाल शामिल है। यात्रा 9 अगस्त, 2025 को रक्षा बंधन के त्योहार के साथ समाप्त होगी। यह जानकारी शनिवार को राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की 49वीं बोर्ड बैठक के दौरान दी गई। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। जिसमें आधार शिविरों और मार्गों पर व्यवस्थाएं और आवश्यक सुविधाएं शामिल थीं।
तीर्थ यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
प्रवक्ता ने कहा कि बैठक में मार्ग में विभिन्न स्थानों पर यात्री निवास और पारगमन शिविरों की स्थापना, ठहरने की क्षमता में वृद्धि, प्रसाद बिक्री काउंटरों का विस्तार, यात्री सुविधा केंद्रों का संचालन, बोर्ड द्वारा ऑनलाइन सेवाएं, आरएफआईडी कार्ड जारी करना, तीर्थयात्रियों और सेवा प्रदाताओं का पंजीकरण और सत्यापन, लंगर और एनजीओ सेवाओं से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों पर भी चर्चा की गई।