


छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता के चलते बीते कुछ दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इस भारी बारिश का असर अब बाढ़ जैसे हालात में बदल चुका है। बिलासपुर, बालोद, सरगुजा, कवर्धा और बलौदाबाजार सहित कई जिलों में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है।
नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण कई जगहों पर पानी घरों, दुकानों और दफ्तरों में घुस गया है। सड़कों पर जलभराव और ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क टूटने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।
सरगुजा में डैम के सभी गेट खुले – 13 साल में पहली बार
सरगुजा जिले के अंबिकापुर स्थित घुनघुट्टा डैम ओवरफ्लो की स्थिति में पहुंच गया है। जलस्तर बढ़ने के कारण डैम के सभी आठ गेट खोल दिए गए, जो कि 13 वर्षों में पहली बार हुआ है। फिलहाल डैम से 509 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
मैनपाट में मछली नदी उफान पर, संपर्क मार्ग टूटा
मैनपाट इलाके में लगातार बारिश के कारण मछली नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे एक प्रमुख पुल बह गया और संपर्क मार्ग टूट गया। इससे क्षेत्र का अन्य इलाकों से यातायात पूरी तरह बंद हो गया है।
भारी बारिश से कई गांवों में बिजली, पानी और यातायात की सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। बाढ़ संभावित इलाकों में एनडीआरएफ और SDRF की टीमें तैनात की जा रही हैं।