प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड की गिरफ्त में है। तेज बर्फीली हवाओं ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि सुबह-शाम के साथ अब दिन में भी ठिठुरन महसूस की जा रही है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर सहित कई जिलों में शीतलहर का असर जारी है। मंगलवार को 15 से अधिक जिलों में सर्द हवाएं चलीं और बुधवार को भी मौसम में कोई खास राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इसी बीच कोहरा भी बढ़ने लगा है। भोपाल में मंगलवार शाम से ही हल्की धुंध छा गई थी।
21 जिलों में कोल्ड वेव अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार के लिए भोपाल, इंदौर, राजगढ़, जबलपुर, शाजापुर, सीहोर, देवास, खंडवा, खरगोन, धार, बड़वानी, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, शहडोल, कटनी और उमरिया में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है।
84 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
16-17 नवंबर की रात भोपाल में नवंबर का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री दर्ज हुआ, जो 1941 के 6.1 डिग्री के रिकॉर्ड को पार कर गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, साफ मौसम और उत्तरी हवाओं के कारण ठंड और बढ़ रही है। 22 नवंबर से दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में बनने वाला निम्न दबाव क्षेत्र मौसम को फिर बदल सकता है। तब तक प्रदेश में शीतलहर का असर बना रहेगा। पिछले 10 वर्षों से नवंबर में ठंड के साथ बारिश का ट्रेंड देखने को मिल रहा है।