


बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवाती तूफान देश के मौसम को नया रंग दे रहा है। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, जहां उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण गर्मी और लू का कहर जारी है, वहीं पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में चक्रवाती सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जोरदार बारिश, आंधी और बिजली का दौर शुरू हो गया है। यह मौसमी बदलाव गर्मी से तप रहे इलाकों में राहत लेकर आया है, लेकिन कई क्षेत्रों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी भी जारी की गई है।
आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ राजस्थान, बिहार और असम में निचले और मध्यम वायुमंडलीय स्तरों पर चक्रवाती सर्कुलेशन सक्रिय है। एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिम राजस्थान से मन्नार की खाड़ी तक और दूसरी पूर्वी मध्य प्रदेश से दक्षिण असम तक फैली है। इसके अलावा, दक्षिण रायलसीमा में भी एक चक्रवाती सर्कुलेशन मौजूद है।
यह मौसमी बदलाव जहां गर्मी से राहत देगा, वहीं भारी बारिश, आंधी और ओलावृष्टि के कारण कुछ इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। खासकर, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल, बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बंगाल की खाड़ी से उठा यह चक्रवात न केवल मौसम को प्रभावित कर रहा है, बल्कि किसानों और आम जनजीवन के लिए भी नए हालात पैदा कर रहा है।