बसंत पंचमी पर करें माता सरस्वती के इन 3 प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन
बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। विद्या, कला और संगीत की देवी सरस्वती जी की इस दिन पूजा-अर्चना की जाती है। यह त्योहार प्रत्येक वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
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Richa Gupta
Created AT: 03 फरवरी 2025
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बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। विद्या, कला और संगीत की देवी सरस्वती जी की इस दिन पूजा-अर्चना की जाती है। यह त्योहार प्रत्येक वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस खास दिन कुछ श्रद्धालु घर पर तो कुछ मंदिरों में जाकर सरस्वती जी की पूजा करते हैं। हमारे देश में माता सरस्वती के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। इस खास मौके पर इन मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया जाता है। ऐसे में इस फेस्टिवल पर मंदिरों में अलग ही रौनक देखने को मिलती है। दरअसल, हमारे देश में सरस्वती जी के बहुत ही कम मंदिर हैं। यदि आप भी इस बार बसंत पंचमी के मौके पर कहीं बाहर जाकर दर्शन और पूजा-अर्चना करने की सोच रही हैं, तो आज हम आपको प्रसिद्ध मंदिर के बारे में बताएंगे।


सरस्वती मंदिर पुष्कर


राजस्थान के पुष्कर में माता सरस्वती का एक फेमस मंदिर है। इस मंदिर में अद्भुत नक्काशी और कलाकारी की गई है। यह मंदिर भगवान ब्रह्मा के एकदम नजदीक स्थित है। बसंत पंचमी पर आप यहां दर्शन करने जा सकती हैं।


श्रृंगेरी कर्नाटक


श्रृंगेरी का मंदिर देश के प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर कर्नाटक शहर में स्थित तुंगा नदी के किनारे बसा हुआ हुआ। इस मंदिर की स्थापना आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में की थी। श्रृंगेरी मंदिर शरादाम्बा मंदिर के नाम से भी फेमस है। इस मंदिर में माता सरस्वती को शारदा देवी के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर की द्रविड़ शैली में बनी अद्भुत वास्तुकला प्राचीनता और भव्यता को दर्शाती है।


ज्ञान सरस्वती मंदिर आंध्र प्रदेश


आंध्र प्रदेश के अदिलाबाद जिले में स्थित श्री ज्ञान सरस्वती मंदिर सरस्वती माता का फेमस मंदिर है। सरस्वती जी के अलावा यहां काली और मां लक्ष्मी के भी स्वरूप हैं। बसंत पंचमी के मौके पर यहां हजारों भक्त माता सरस्वती के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर को पीले फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। जो बच्चे अपने शिक्षा की शुरुआत करने जा रहे हैं उनको इस मंदिर में चावल की थाली पर ‘ॐ’ लिखने की परंपरा है।

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