खूबसूरती को नापने के अपने-अपने तरीके हैं. कहीं गोरा रंग चलता है, तो कहीं तीखे नैन-नक्श. कहीं सजी-धजी चाल, तो कहीं जवाब देने का सलीका. वैसे तो खूबसूरती के पैमाने सदियों से बदलते रहे हैं. कभी ‘मिस वर्ल्ड’ या ‘मिस यूनिवर्स’ के ताज ने बताया कि कौन सबसे हसीन है, तो कभी बॉलीवुड के पर्दे ने. लेकिन अब, जमाना आ गया है मैथमेटिक्स का. अब कोई ब्यूटी कॉन्टेस्ट नहीं, बल्कि एक पुराना ‘गणित का फॉर्मूला’ तय कर रहा है कि किसका चेहरा सबसे ज्यादा परफेक्ट है, और इस अनोखे फॉर्मूले के तहत हुए सर्वे में हमारी अपनी ऐश्वर्या राय बच्चन ने दुनिया भर की हसीनाओं को पछाड़ते हुए टॉप-10 में जगह बनाई है.
जानें क्या हैं गोल्डन रेशियो
गोल्डन रेशियो जिसे ‘फाई’ (ϕ) भी कहते हैं, ये महज एक नंबर नहीं है, बल्कि ये कुदरत कासबसे खूबसूरत ‘हिसाब’ है. इसकी कीमत करीब 1.618 होती है. हम इसे गणित का एक जादुई पैमाना या ‘परफेक्ट रेसिपी’ मान सकते हैं. जैसे हर अच्छी डिश का एक सीक्रेट अनुपात होता है, वैसे ही कहते हैं कि दुनिया की सबसे खूबसूरत चीजों ‘फूलों की पंखुड़ियां, शंख का घुमाव, या पुरानी इमारतों के डिजाइन में ये 1.618 का रेशियो जरूर देखने मिलता है. ये नंबर बताता है कि चीजों को किस अनुपात में बांटा जाए ताकि वो आंखों को सबसे ज्यादा सुकून दे और खूबसूरत लगे.
खूबसूरती का ‘परफेक्ट बैलेंस’
इसी जादुई गणित को इंसानी चेहरों पर लागू कर दिया. उन्होंने चेहरे के अलग-अलग हिस्सों की दूरियों को मापा, जैसे नाक की लंबाई और होंठों की चौड़ाई का रेशियो. उनका सीधा गणित ये था कि जिसका चेहरा इस 1.618 के रेशियो के जितना करीब आया, उसे उतना ही ज्यादा खूबसूरत माना गया. उनके मुताबिक, ये फॉर्मूला सिर्फ चेहरे की ‘परफेक्ट बैलेंस’ की बात करता है, और हमारा दिमाग इस रेशियो को देखते ही शांत हो जाता है. इसीलिए, दुनिया के किसी भी कोने का इंसान हो, बिना सोचे-समझे ऐसे चेहरे की तरफ आकर्षित हो जाता है.