


उत्तराखंड के चमोली जिले में गोविन्दघाट से हेमकुण्ड साहिब और फूलों की घाटी को जोड़ने वाला पुल हाल ही में पहाड़ी से चट्टान गिरने के कारण टूट गया था। इस घटना के बाद से हेमकुण्ड साहिब, फूलों की घाटी और पुलना व भ्यूडार के ग्रामीणों का मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह कट गया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू हुआ निर्माण कार्य
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद नए वैली ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि पीडब्ल्यूडी द्वारा नए वैली ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सर्वे से पता चला है कि पुराने पुल के ऊपरी साइड अभी भी लूज रॉक्स हैं। इसलिए अब नए स्थान को चिन्हित किया गया है, जहां पर 45 मीटर का नया वैली ब्रिज बनाया जा रहा है।
नए वैली ब्रिज की विशेषताएं
नए वैली ब्रिज की चौड़ाई सवा चार मीटर होगी और वहन क्षमता 10 टन होगी। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने कार्य प्रारंभ कर दिया है और अगले 15 दिनों में वैली ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद वाहनों का पुलना के लिए आवागमन सुचारू हो जाएगा।
गोविन्दघाट-हेमकुण्ड साहिब पुल टूटने के बाद की स्थिति
गोविन्दघाट से हेमकुण्ड साहिब और फूलों की घाटी को जोड़ने वाला पुल टूटने के बाद से हेमकुण्ड साहिब, फूलों की घाटी और पुलना व भ्यूडार के ग्रामीणों का मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह कट गया था। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।