


हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में लगातार हो रही बारिश ने भारी तबाही मचाई है। आनी क्षेत्र की कराड़ पंचायत के लोअर पटारना गांव में बुधवार को अचानक भूस्खलन (लैंडस्लाइड) हुआ, जिसमें तीन मकान मलबे में दब गए। हादसे में तीन लोग मलबे की चपेट में आ गए, जिनमें से एक को घायल अवस्था में सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि दो महिलाएं – शारदा देवी और लीला देवी अब भी लापता हैं।
गांववालों ने दिखाई बहादुरी
घटना के समय लैंडस्लाइड अचानक घरों के ऊपर आ गिरा। हालांकि स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अन्य परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। प्रशासन और स्थानीय लोगों की टीमें अब भी राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं और मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है।
कुल्लू और मंडी में हालात चिंताजनक
कुल्लू जिले के बंजार और मनाली उपमंडल सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण गुरुवार को कई शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए। कुल्लू उपमंडल में चार स्कूल बंद रहे। वहीं, सैंज और बंजार की लगघाटी में बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हैं।
संपर्क मार्ग टूटे, राहत में मुश्किलें
कई जगहों पर संपर्क मार्ग और पुल बह जाने से गांवों तक पहुंच पाना कठिन हो गया है। प्रशासन की टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हैं, लेकिन कई स्थानों पर वास्तविक नुकसान का आंकलन अभी नहीं हो पाया है।
हिमाचल के 4 जिलों में सबसे ज्यादा तबाही
कुल्लू, मंडी, चंबा और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। पूरे प्रदेश में अब तक 582 सड़कें बंद हैं, जिनमें 2 नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। चंडीगढ़-मनाली हाईवे का कैंची मोड़ धंसने के कारण मनाली देश के अन्य हिस्सों से पूरी तरह कट गया है।