मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश की गौरवशाली ऐतिहासिक विरासत और समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत सम्राट विक्रमादित्य प्रवेश द्वार तथा पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत प्रस्तावित अत्याधुनिक ई-बस डिपो का भूमि-पूजन करेंगे। यह कार्यक्रम 13 दिसंबर को प्रातः 11 बजे महाराणा प्रताप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, फंदा, भोपाल में आयोजित किया जाएगा।
सम्राट विक्रमादित्य प्रवेश द्वार के माध्यम से प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक शहरी विकास से जोड़ने का सशक्त संदेश दिया जाएगा। सम्राट विक्रमादित्य के शौर्य, न्यायप्रियता और सांस्कृतिक चेतना को प्रतीकात्मक रूप से प्रतिबिंबित करता यह प्रवेश द्वार न केवल ऐतिहासिक पहचान को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और नगरीय विकास को भी नई दिशा देगा।
विकास के नए मानक होंगे स्थापित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कहना है कि राज्य सरकार की प्राथमिकता प्रदेश की विरासत को संरक्षित करते हुए विकास के नए मानक स्थापित करना है। “विरासत के साथ विकास” की सोच को साकार करने वाला यह प्रवेश द्वार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा। विकास और सेवा के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक पुनर्जागरण और समग्र विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।