मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी ओरछा, जिसे अक्सर “अयोध्या” के रूप में जाना जाता है, में भगवान श्रीराम और माता जानकी के विवाह महोत्सव की पूर्व संध्या पर दीपों की झिलमिलाहट से नगर जगमगा उठा। बेतवा नदी के कंचना घाट पर 1 लाख 25 हजार दीप जलाए गए। साथ ही, ओरछा से बहने वाली बेतवा नदी पर गंगा की तर्ज पर आरती भी आयोजित की गई।
ओरछा में हर साल भगवान राम और माता जानकी के तीन दिवसीय विवाहोत्सव का आयोजन बुंदेली परंपरा और राजसी भव्यता के साथ किया जाता है। इस साल भी नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है, और लाइटों की चमक से पूरा शहर जगमगा रहा है।
निवाड़ी कलेक्टर जमुना भिड़े ने बताया कि रविवार से विवाह पंचमी का उत्सव शुरू हो चुका है और यह तीन दिनों तक चलेगा। पहले दिन सवा लाख दीपों के साथ प्रकाश पर्व मनाया गया। सोमवार को हल्दी (मंडप) का कार्यक्रम होगा। श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। 25 नवंबर को भगवान श्रीराम की पालकी नगर भ्रमण के लिए निकाली जाएगी।