मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने राज्यपाल की स्वीकृति के बाद एक दिवसीय विशेष सत्र की अधिसूचना जारी कर दी है। यह विशेष सत्र 17 दिसंबर को प्रातः 11 बजे से आयोजित होगा। यह मध्य प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा का आठवां सत्र होगा। इस विशेष सत्र का उद्देश्य प्रदेश के सर्वांगीण विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करना है। बैठक के दौरान मध्य प्रदेश को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में विचार-विमर्श किया जाएगा। विधानसभा की प्रथम बैठक के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर यह सत्र ऐतिहासिक महत्व रखता है।
पूर्व में भी विधानसभा में विशेष सत्रों का आयोजन किया जा चुका है। वर्ष 2020 में कोरोना काल के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शपथ ग्रहण के उपरांत विशेष सत्र बुलाया गया था। इसके अलावा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी के कार्यकाल में भी इस प्रकार के सत्र आयोजित हुए हैं।
इस एक दिवसीय विशेष सत्र में सभी विधायक, मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। माना जा रहा है कि यह बैठक प्रदेश की विकास यात्रा को नई दिशा और गति प्रदान करेगी।