


मुख्यमंत्री निवास, भोपाल में सोमवार को दुनिया की पहली "विक्रमादित्य वैदिक घड़ी" का भव्य लोकार्पण किया गया। इस अनूठी घड़ी के साथ एक विशेष मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है, जो 189 से अधिक भाषाओं में मुहूर्त, पंचांग और मौसम से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
इस घड़ी का निर्माण भारतीय काल गणना प्रणाली के आधार पर किया गया है और यह 30 वैदिक घंटे (मुहूर्त) के अनुसार समय प्रदर्शित करती है। फिलहाल आम लोगों के लिए इसे खरीदने की सुविधा नहीं है, लेकिन भविष्य में इसे शहरों के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित किए जाने की योजना है।
उज्जैन में पहले लग चुकी है वैदिक घड़ी
विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का निर्माण इंजीनियर आरोह श्रीवास्तव ने किया है। इससे पहले ऐसी ही एक घड़ी उज्जैन में स्थापित की गई थी, जिसका लोकार्पण 29 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।
भोपाल में हुए इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, मंत्री कृष्णा गौर कई अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
मोबाइल ऐप की खासियतें
3179 विक्रम पूर्व से लेकर महाभारत काल और वर्तमान तक की समय-सारिणी
7000 वर्षों का पंचांग, जिसमें तिथि, नक्षत्र, योग, करण, व्रत, त्योहार शामिल
हर मुहूर्त के लिए अलार्म सेट करने की सुविधा
दैनिक सूर्योदय और सूर्यास्त के अनुसार समय की गणना
वैदिक समय (30 घंटे), GMT, IST, मौसम, तापमान, हवा की गति, आर्द्रता की जानकारी
पंचांग और समय की पारंपरिक भारतीय प्रणाली
इस घड़ी में GMT के 24 घंटों को 30 वैदिक मुहूर्तों में विभाजित किया गया है।
हर घटी या मुहूर्त का धार्मिक, ज्योतिषीय और सांस्कृतिक महत्व है।
5800 वर्षों तक के लिए पूर्ण विक्रम संवत पंचांग भी उपलब्ध कराया गया है।
🇮🇳 भारत का वर्तमान मानक समय (IST) क्या है?
ब्रिटिश शासनकाल में भारत में दो समय क्षेत्र थे: कोलकाता और मुंबई
बाद में पूरे देश के लिए एकीकृत IST (GMT+5:30) समय मानक बनाया गया
GMT (Greenwich Mean Time) को 1884 में वैश्विक मान्यता मिली थी, और यह 1972 तक अंतर्राष्ट्रीय समय का मानक रहा।